Edited By Urmila,Updated: 27 May, 2025 12:58 PM

पंजाब का सबसे बड़ा महानगर लुधियाना जहां एक ओर औद्योगिक और कारोबारी क्षेत्र में अपनी पहचान बनाए हुए है।
लुधियाना (डेविन): पंजाब का सबसे बड़ा महानगर लुधियाना जहां एक ओर औद्योगिक और कारोबारी क्षेत्र में अपनी पहचान बनाए हुए है, वहीं दूसरी ओर कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा धड़ल्ले से कपड़ों के लग्जरी ब्रांडो की डुप्लीकेट एक्सैसरी बेचकर न केवल मशहूर कंपनियों की साख को ठेस पहुंचाई जा रही है, बल्कि ग्राहकों के साथ धोखा भी किया जा रहा है।
शहर के माधोपुरी इलाके में एक ऐसा ही मामला सामने आया है जहां एक दुकानदार वर्षों से कंपनियों के नकली लेबल, लटकन, जीप, कुंडे आदि बेचकर लाखों रुपए कमा रहा है। हैरानी की बात यह है कि यह कारोबार शहर के बीचों-बीच स्थित माधोपुरी क्षेत्र में चल रहा है लेकिन अभी तक कोई सख्त कार्रवाई नहीं की गई। दुकानदार द्वारा रोजाना बड़ी मात्रा में नकली लेबल और अन्य टैगिंग सामग्री वस्त्र निर्माताओं, फुटपाथ विक्रेताओं और छोटे कारोबारियों को बेची जाती है जो असली ब्रांड की आड़ में नकली उत्पाद तैयार करते हैं और उन्हें बाजार में खपाते हैं।
सूत्रों के अनुसार यह दुकानदार नकली लेबल की बिक्री पर न तो कोई बिल देता है और न ही इस व्यापार में जी.एस.टी. जैसे करों का भुगतान करता है। बिना बिल और करों के यह गैर-कानूनी कारोबार दुकानदार को हर महीने लाखों रुपए की अवैध कमाई करा रहा है साथ ही साथ लग्जरी ब्रांड बनाने वाली कम्पनियों की आय का तो नुकसान हो रहा है, साथ ही सरकार को उन कम्पनियों से आने वाले टैक्स का भी नुकसान हो रहा है।
प्रशासन की चुप्पी इस पूरे मामले को और गंभीर बना देती है। यह सवाल उठना लाज़मी है कि जब लोगों को इस गैरकानूनी व्यापार की जानकारी है तो प्रशासनिक अधिकारी कैसे अनभिज्ञ हो सकते हैं?
दुकानदार बोला- मैं अकेला नहीं हूं, सारा बाजार यही करता है
जब पंजाब केसरी की टीम ने उक्त दुकानदार से संपर्क किया और उनसे इस अवैध व्यापार पर उनकी प्रतिक्रिया मांगी तो उन्होंने कहा कि मैं अकेला नहीं हूं। यह सारा बाजार यही करता है। यह कथन इस बात की पुष्टि करता है कि यह कोई एकल घटना नहीं है बल्कि एक संगठित व्यापार का हिस्सा है, जिसमें कई लोग शामिल हो सकते हैं। अगर इस बयान को गंभीरता से लिया जाए तो यह संकेत देता है कि लुधियाना जैसे बड़े शहर में नकली लेबलिंग का एक पूरा नैटवर्क काम कर रहा है।
लोगों ने उठाई कठोर कार्रवाई की मांग
लोगों ने प्रशासन और संबंधित विभागों से मांग की है कि उक्त दुकान को तुरंत सील किया जाए। दुकानदार के खिलाफ कॉपीराइट एक्ट और टैक्स चोरी के अंतर्गत एफ.आई.आर. दर्ज की जाए। इस मामले की गहन जांच कर पूरे नैटवर्क का खुलासा किया जाए। यदि कोई प्रशासनिक अधिकारी या राजनीतिक व्यक्ति इसमें लिप्त पाया जाए तो उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाए।
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