Edited By Kamini,Updated: 09 Nov, 2024 05:34 PM
जीरकपुर में ईडी (ED) की बड़ी कार्रवाई सामने आई है।
पंजाब डेस्क : जीरकपुर में ईडी (ED) की बड़ी कार्रवाई सामने आई है। गुप्ता बिल्डर्स एंड प्रमोटर्स प्राइवेट लिमिटेड (GBPPL) के मोहाली स्थित एथेंज-1 और जीरकपुर के गांव रामगढ़ बुड्ढा स्थित एथेंज-2 की जमीन को ED ने जब्त कर लिया है। बताया जा रहा है कि प्रॉपर्टी कारोबारिोयं और निवेशकों का करोड़ों रुपए लेकर फरार हुए गुप्ता बिल्डर्स एंड प्रमोटर्स प्राइवेट लिमिटेड ग्रुप के खिलाफ कल यानी शुक्रवार को ED ने बड़ी कार्रवाई की है। प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट 2002 के तहत जीरकपुर में स्थित उननी करीब 305 करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी को कब्जे में ले लिया है। अधिकारियों ने जमीन पर पहुंचकर उसकी घेराबंदी कर दी और उसके बाहर लोहे का नोटिस बोर्ड लगा दिया। कोर्ट की ओर से जारी निर्देश के बाद ED ने यह कार्रवाई की है। जब्त की जाने वाली प्रॉपर्टी की कीमत करीब 305 करोड़ रुपये है।
जानिए क्या है पूरा मामला
गौरतलब है कि साल 2017 में GBPPL नाम की कंपनी ने जीरकपुर के रियल एस्टेट मार्केट में कदम रखा था। कंपनी ने अपना कारोबार जीरकपुर के साथ-साथ मोहाली तक भी फैलाया था। जानकारी के मुताबिक, 2017 में GBPPL ने जीरकपुर के गांव रामगढ़ बुद्धा में एथेंस-2 नाम से एक बहुमंजिला अपार्टमेंट लॉन्च किया था। इसमें 2 बीएचके से लेकर 3-4 और अन्य प्रॉपर्टी बनाकर लोगों को दी जानी थी। दूसरी ओर GBPPL एथेंस-2 परियोजना का स्थान एयरपोर्ट रोड पीआर-7 पर था। इसके चलते पंजाब के अलावा हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, यूपी, गुजरात आदि राज्यों से लोगों ने यहां करोड़ों रुपये की प्रॉपर्टी बुक कराई है। खास बात यह थी कि GBPPL ने लोगों को प्रॉपर्टी बुक करने पर उपहार देने समेत कई तरह के लालच दिए थे, जिनमें से एक था प्रॉपर्टी का कब्जा मिलने तक हर महीने किराया देना, लेकिन निवेशकों को यह किराया नहीं मिला 1 से 2 साल बाद कंपनी द्वारा दिए गए चेक बाउंस होने लगे। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ED पहले भी कई बार खुलासा कर चुकी है कि गुप्ता बिल्डर्स एंड प्रोमोटर प्रइवेट लिमिटेड मोहाली और जीरकपुर में कई रेजिडेंशियल और कमर्शियल प्रोजेकेट लांच करते थे। लोग इन प्रोजेक्टों में निवेश करते हैं लेकिन कंपनी ने कभी समय पर इनका निवेश प्रोजेक्ट का कब्जा नहीं दिया। उल्टा निवेश से आए पैसों को जाली कंपनियों, अपने और अपने रिश्तेदारं के बैंक खातों में ट्रांसफर कर देते थे। फिर इसके बाद इन पैसों से प्रॉपर्टी लेकर कोई रेजिडेंशियल और कमर्शियल प्रोजेक्ट लांच करते थे।
मिली जानकारी अनुसार GBPPL ग्रुप में 4500 से ज्यादा निवेशकों का पैसा लगा हुआ है। ग्रुप के डायरेक्टरों व अन्य ने लोगों के पैसे इन्वेस्ट करवाकर उनके साथ धोखाधड़ी की है। इन पैसों का इस्तेमाल मनी लॉन्ड्रिंग और अपने निजी फायदे के लिए किया गया है। इसके बाद लोग कंपनी प्रबंधन से निवेश किए गए पैसे वापस करने की मांग करने लगे। फिर GBPPL के प्रबंधन ने 2021 में इस परियोजना को छोड़ दिया। कंपनी प्रबंधकों के भाग जाने के बाद निवेशकों ने मामला ट्रिब्यूनल में उठाया, जिसके बाद मामला ईडी को ट्रांसफर कर दिया गया. ईडी ने कंपनी प्रबंधकों के खिलाफ धोखाधड़ी समेत मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट की धारा-420 के तहत मामला दर्ज कर जांच का दायरा बढ़ाना शुरू कर दिया है. इसका असर यह हुआ कि शुक्रवार को ईडी ने कोर्ट के आदेश पर जीबीपीपीएल कंपनी से मोहाली और जीरकपुर में एथेंस-1 और 2 की जमीन जब्त कर ली है।
इसके अलावा ED ने चंडीगढ़ व पंजाब में गुगलानी ग्रुप के कई ठिकानों पर रेड की है। मिली जानकारी के अनुसार बैंकों से करोड़ों की धोखाधड़ी के आरोप में रेड की गई है। चंडीगढ, पंचकूला, मोहाली, बद्दी, अमृतसर, दिल्ली और अहमदाबाद की कुल 11 ठिकानों पर सर्च अभियान चलाया गया। इस दौरान कई बैंक खातों के बारे में जानकारी मिली और 3 लाख रुपये की नकदी, दस्तावेज व डिजिटल सबूत जब्त किए गए हैं। बताया जा रहा है कि उक्त कार्रवाई सुपर मल्टीकलर प्रिंटर्स प्रा.लि. और टून फूड प्राइवेट लिमिटेड व उनके डायरेक्टर्स/ प्रमोटर्स सुनील गुगलानी, सुमन गुगलानी व अन्य द्वारा बैंक धोखाधड़ी के केसों में संबंध है।
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