Edited By Vatika,Updated: 12 Dec, 2025 12:55 PM

वाहन किस निर्धारित लेन में ले जाना है और कहां मोड़ना है, जिसका सीधा असर उनके प्रदर्शन पर पड़ रहा है।
लुधियाना(राम): शहर के सैक्टर-32 स्थित ड्राइविंग टैस्ट ट्रैक की हालत इन दिनों बेहद खराब है। ट्रैक के चारों तरफ झाड़ियां उगी हुई हैं, कई जगह घास इतनी लंबी हो गई है कि ट्रैक की सीमाएं साफ़ दिखाई ही नहीं देतीं। उसी तरह, गाड़ियों की चलने की निर्धारित लाइनों का रंग पूरी तरह उखड़ चुका है, जिससे नए आवेदकों को टैस्ट देने में परेशानी हो रही है। स्थिति यह है कि कई उम्मीदवारों को यह समझ ही नहीं आता कि वाहन किस निर्धारित लेन में ले जाना है और कहां मोड़ना है, जिसका सीधा असर उनके प्रदर्शन पर पड़ रहा है।
ड्रैक के चारों ओर उगी झाड़ियां भी वाहन चलाते समय भ्रम पैदा करती हैं, क्योंकि ट्रैक की चौड़ाई और मोड़ों की दिशा साफ दिखाई नहीं देती। कई आवेदकों ने बताया कि टैस्ट के दौरान उन्हें बार-बार परीक्षक से पूछना पड़ा कि वाहन किस दिशा में ले जाना है, कौन-सी लेन से शुरूआत करनी है और कहां वाहन रोकना है। परीक्षक का निर्देश मिलने के बावजूद परीक्षार्थी असुरक्षित महसूस करते हैं, क्योंकि ट्रैक का वास्तविक स्वरूप ही धुंधला पड़ चुका है।
कुछ आवेदकों का कहना है कि वे ड्राइविंग में पूरी तरह सक्षम हैं, बल्कि कई सालों से वाहन चला भी रहे हैं; इसके बावजूद टैस्ट में फेल होने पर उन्हें निराशा होती है। साफ़ निशान न होने और ट्रैक पर उगी घास से कई बार वाहन गलत दिशा में चला जाता है, और परीक्षक इसे आवेदक की गलती मानकर उसे असफल कर देता है। लाइसैंस के लिए टैस्ट देने आने वाले कई उम्मीदवार अब ट्रैक की हालत देखकर चिंता में हैं। कुछ आवेदकों ने यह भी कहा कि अगर ट्रैक की समस्या जल्दी हल नहीं हुई, तो वे टैस्ट देने की तारीख आगे बढ़ाने पर मजबूर होंगे। इससे न सिर्फ नागरिकों को असुविधा होगी, बल्कि विभाग की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठेंगे।
बजट मिलते ही होगी ट्रैक की सफाई व पेंटिंग : ए.आर.टी.ओ. दीपक कुमार
इस मामले में जब ए.आर.टी.ओ. दीपक कुमार से बात की गई तो उन्होंने बताया कि विभाग ने इस बारे में सरकार को रिपोर्ट भेज दी है और बजट आबंटित होते ही झाड़ियां कटवाने और ट्रैक की लाइनों को दोबारा पेंट करवाने का काम तुरंत शुरू करवा दिया जाएगा। उनका दावा है कि ट्रैक की समस्याएं उम्मीदवार की योग्यता को प्रभावित नहीं करतीं।