Edited By Urmila,Updated: 29 Sep, 2023 11:33 AM

कांग्रेसी नेता सुखपाल खैहरा की गिरफ्तारी को लेकर घमासान शुरू हो गया है।
पंजाब डेस्क: कांग्रेसी नेता सुखपाल खैहरा की गिरफ्तारी को लेकर घमासान शुरू हो गया है। बता दें कि भुलत्थ से विधायक एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता सुखपाल सिंह खहरा को जलालाबाद पुलिस ने 8 साल पुराने एनडीपीएस एक्ट मामले में शुक्रवार सुबह उनके चंडीगढ़ स्थित आवास से गिरफ्तार किया गया था। बाद दोपहर उन्हें माननीय जलालाबाद कोर्ट में पेश किया गया। माननीय अदालत ने सुखपाल सिंह खहरा को 2 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया। इससे पहले उनका स्थानीय सिविल अस्पताल में मेडिकल कराया गया और फिर सदर पुलिस स्टेशन जलालाबाद में लाया गया। जहां कांग्रेस प्रधान राजा वड़िंग, सुखजिंदर रंधावा व प्रताप सिंह बाजवा सुखपाल खैहरा से मिलने पहुंचे। इस दौरान कांग्रेसी नेताओं को खैहरा से मिलने की इजाजत नहीं दी। वे सुखपाल खैहरा से मिले बगैर ही वापिस लौटे। वहीं राजा वड़िंग ने पुलिस पर आरोप लगाए हैं कि जलालाबाद पुलिस स्टेशन पहुंचने पर गेट बंद कर दिया गया। कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि सरकार कांग्रेस से डरती है। कांग्रेसी नेताओं को झूठे केसों में फंसाया जा रहा है। वहीं आपको बता दें कि आज बठिंडा में कांग्रेस द्वारा धरना दिया जाना है।

गौरतलब है कि कांग्रेस के सीनियर विधायक सुखपाल सिंह खैहरा को कल सुबह करीब 5 बजे चंडीगढ़ स्थित सेक्टर-5 में उनके घर से हिरासत में लिया है। दरअसल, 2015 के ड्रग्स मामले में गठित SIT की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है, जिसमें खैहरा के नशा तस्करों के साथ संबंध सामने आ गए है, जिसके आधार पर उन्हें गिरफ्तार किया गया है।
यह भी बता दें कि ड्रग्स का मामला मार्च 2015 में फाजिल्का के जलालाबाद में दर्ज किया गया था। मामले में 9 लोगों पर मामला दर्ज किया गया और बाद में उन्हें नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) अधिनियम के तहत दोषी ठहराया गया। 2017 में, सुप्रीम कोर्ट ने खैरा के खिलाफ ट्रायल कोर्ट की कार्यवाही पर रोक लगा दी, जिसे मामले में अतिरिक्त आरोपी के रूप में तलब किया गया था।
वहीं कल सिविल अस्पताल में मीडिया से बात करते हुए सुखपाल सिंह खैहरा ने कहा था कि भगवंत मान सरकार ने उन्हें लोगों के पक्ष में बोलने और पंजाब के साथ खड़े होने का इनाम दिया है। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मुझे गिरफ्तार करके केवल अपनी प्यास बुझाई है और सरकारी कर्मियों और पुलिस प्रशासन का दुरुप्रयोग करते हुए निजी दुश्मनी निकालने के लिए पंजाब को पुलिस स्टेट में बदल दिया है।
सुखपाल खैहरा ने आगे कहा कि साल 2015 में शिरोमणि अकाली दल सरकार में कॉल रिकॉर्डिंग के आधार पर ही मेरे खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत एफआईआर नंबर 35 दर्ज की गई थी और इसी तहत ही कैप्टन अमरेंद्र सिंह की सरकार में एक साजिश के तहत मुझे कोर्ट से तलब करवाया गया। उस समय आज के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान, अमन अरोड़ा, कुलतार सिंह संधवा आदि नेता उनके पक्ष में खड़े थे और आज उसी भगवंत मान द्वारा उक्त एफआईआर तहत ही उनके खिलाफ नई सिट बना कर अवैध कार्रवाई अमल में लाई गई है। वहीं किसानों के पक्ष में बोलने पर बीजेपी की केंद्र सरकार ने भी मेरे खिलाफ ईडी के तहत कार्रवाई की। जबकि मुझे माननीय न्यायालय द्वारा जमानत पर रिहा किया हुआ है और इसी केस के संबंध में 6 अक्तूबर को माननीय उच्च न्यायालय में केस खारिज करने की सुनवाई होने वाली है। लेकिन उससे पहले ही उन्हें जानबूझकर गिरफ्तार किया गया।
सुखपाल सिंह खैहरा ने मौजूदा सरकार को गुड्डों व बदमाशों की सरकार बताते हुए मुख्यमंत्री भगवंत मान को चेतावनी देते हुए कहा कि राज्य हमेशा के लिए नहीं रहता है, इसलिए आपका राज्य भी नहीं रहेगा। जो लोग बदलाव की राजनीति करने की बात करते थे वह आज बदले की राजनीति कर रहे हैं। इस समय विधायक सुखपाल सिंह खैहरा के पक्ष में पूर्व सांसद शेर सिंह घुबाया, सी. कांग्रेस नेता विकासदीप चौधरी, सी. कांग्रेस नेता राजबख्श कंबोज, बलतेज बराड़, नीला मदान, अशोक वाट्स, धर्म सिंह, हलका लंबी से कुलवंत सिंह भीटीवाला, युवा नेता अमनिंदर सिंह, हैप्पी, छिंदा समेत अन्य कांग्रेसी समर्थक जलालाबाद पहुंचे थे
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