Edited By Kalash,Updated: 20 Mar, 2025 06:46 PM

इस बार पार्किंग को पीपल फ्रैंडली बनाए जाने के लिए नियम व शर्तों में बहुत बदलाव किए गए हैं।
चंडीगढ़ (रॉय): चंडीगढ़ नगर निगम ने शहर की 89 पेड पार्किंग की नीलामी के लिए कमर कस ली है। लगभग दो वर्ष से इन पार्किंगों को निगम ही चलाता आ रहा है। 25 मार्च को निगम सदन की बैठक में पेड पार्किंगों की नीलामी का प्रस्ताव लाया जा रहा है। मेयर हरप्रीत कौर बबला के अनुसार इस बार पार्किंग को पीपल फ्रैंडली बनाए जाने के लिए नियम व शर्तों में बहुत बदलाव किए गए हैं। अभी प्रस्ताव पूरी तरह तैयार नहीं हुआ है, लेकिन यह तय है कि पार्किंग में एंट्री की बजाए एग्जिट पर पैसे लिए जाएंगे। एंट्री पर पैसे लेने के समय वाहनों की लंबी लाइन लग जाती थी। इसके मद्देनजर अब एग्जिट पर पैसे लिए जाने का प्रस्ताव तय किया गया है। इसके अतिरिक्त सभी पार्किंग स्मार्ट होंगी और डिजिटल माध्यम से चार्ज लिए जाएंगे। सभी पार्किंग पर मशीनें आबंटित की जाएंगी, ताकि खुले पैसे या अन्य समस्या से लोगों को जूझना ना पड़े। उन्होंने उम्मीद जताई कि इन पार्किंगस से निगम को 10 से 15 करोड़ रुपए राजस्व आ सकता है। इसके अतिरिक्त निगम को जल्द फंड्स मिलने वाले हैं, जिससे रुके हुए काम शुरू करवा दिए जाएंगे।
हाउस में तय किए जाएंगे रेट
प्रस्तावित पेड पार्किंग में दोपहिया वाहनों को मुफ्त और चार पहिया वाहनों के रेट हाउस मीटिंग में बहस या चर्चा के बाद ही तय किए जाएंगे। बताया गया कि प्रस्ताव के अनुसार इस बार पूरे शहर की पार्किंग एक ही कंपनी को सौंपी जाएगी, जिस पर अधिकतर पार्षद आपत्ति जता रहे हैं। उनका कहना है कि पार्किंग को जोन में विभाजित किया जाना चाहिए और एक कंपनी के बजाय जोन के अनुसार ठेकेदार या कंपनी को सौंपा जाना चाहिए।
निगम को नीलामी से अच्छी आय होने की उम्मीद
सीनियर डिप्टी मेयर जसबीर सिंह बंटी ने दलील दी कि इससे पहले भी एक ठेकेदार को पार्किंग की जगह दी गई थी, जो धोखाधड़ी करके ठेका बीच में ही छोड़कर भाग गया था। उन्होंने कहा कि यदि पार्किंग स्थल अलग-अलग कंपनियों या ठेकेदारों को दिया गया होता तो यदि कोई भाग भी जाता तो भी निगम को अन्य से राजस्व प्राप्त होता रहता। बंटी ने कहा कि निगम को पार्किंग नीलामी से अच्छी आय होने की उम्मीद है।
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