Edited By Mohit,Updated: 01 Feb, 2021 09:19 PM
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने अगले साल मार्च तक ग्रामीण क्षेत्रों में शत प्रतिशत पेयजल........
चंडीगढ़ः पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने अगले साल मार्च तक ग्रामीण क्षेत्रों में शत प्रतिशत पेयजल मुहैया कराने के लक्ष्य को पूरा करने के लिए ‘हर घर पानी, हर घर सफाई' मिशन की वर्चुअल तौर पर आज शुरुआत की। मुख्यमंत्री ने मेगा नहरी जल सप्लाई स्कीम का उद्घाटन किया। इसके तहत मोगा जि़ले के 85 गांवों को कवर करते हुए 172 गांवों के लिए 144 नई जल सप्लाई स्कीमें, आर्सेनिक (हानिकारक रासायनिक तत्व) और आयरन हटाने वाले 121 प्लांट (35 प्लांटों का उद्घाटन और 86 मुकम्मल और लोगों को समर्पित किए) शामिल हैं।
इस स्कीम के साथ भूमिगत जल की जगह नहरी पानी की सप्लाई करने के अलावा आर्सेनिक प्रभावित आबादी की समस्या का हल होने से अमृतसर जिले में 155 गांवों के 1.6 लाख से अधिक लोगों को लाभ पहुंचेगा। इस स्कीम के लिए फंड विश्व बैंक, भारत सरकार के जल जीवन मिशन, नाबाडर् और राज्य के बजट से दिए जा रहे हैं। शुद्ध पेयजल मुहैया करवाने को अपनी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता बताते हुए उन्होंने कहा कि उनकी सरकार विभिन्न जल सप्लाई और सेनिटेशन स्कीमें शुरू करने के लिए सालाना औसतन 920 करोड़ रुपए खर्च कर रही है। पिछली अकाली सरकार में इस काम पर केवल 219 करोड़ रुपए खर्च किया जाता था।
राज्य सरकार की तरफ से सत्ता में आने के बाद ग्रामीण सफाई और पीने वाले पानी के लिए पहले ही 1450 करोड़ रुपए खर्च किए जा चुके हैं। पंजाब में 99.5 प्रतिशत ग्रामीण आबादी को पाईपों से जल सप्लाई किए जाने का जिक्र करते हुए कैप्टन ने कहा कि 23.71 ग्रामीण घरों (67.65 प्रतिशत जनसंख्या) को पाइपों से पीने योग्य पानी सप्लाई किया जा रहा है। कोविड महामारी के दौरान भी छह लाख घर और शामिल किए गए। ग्रामीण और शहरी इलाकों को पहले ही खुले में शौच से मुक्त घोषित किया जा चुका है। 5.75 लाख व्यक्तिगत ग्रामीण पाखानों के निर्माण के लिए 863 करोड़ खर्च किए जा चुके हैं।