Edited By swetha,Updated: 21 Jul, 2019 10:48 AM

चुनाव आयोग ने पंजाब के जलालाबाद और फगवाड़ा से विधानसभा उपचुनाव के लिए दोनों जिलों के उपायुक्तों को अलर्ट कर दिया है। दोनों सीटें लोकसभा चुनावों के बाद से खाली हो गई हैं। जलालाबाद से वहां के विधायक और अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल फिरोजपुर...
जालंधर(मोहन): चुनाव आयोग ने पंजाब के जलालाबाद और फगवाड़ा से विधानसभा उपचुनाव के लिए दोनों जिलों के उपायुक्तों को अलर्ट कर दिया है। दोनों सीटें लोकसभा चुनावों के बाद से खाली हो गई हैं। जलालाबाद से वहां के विधायक और अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल फिरोजपुर लोकसभा चुनाव जीते थे । फगवाड़ा से विधायक भाजपा विधायक सोम प्रकाश ने होशियारपुर लोकसभा सीट जीत ली थी।
आगामी 23 नवम्बर से पहले-पहले दोनों उपचुनावों का तमाम कार्य मुकम्मल किया जाना है। पंजाब के मुख्य चुनाव अधिकारी डा. एस. करुणा राजू ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि दोनों विधानसभा क्षेत्रों में मतदाता सूची अपडेट करने का कार्य जारी है। उन्होंने बताया कि पंजाब विधानसभा स्पीकर द्वारा दोनों सीटें रिक्त की सूचना के बाद भारत के चुनाव आयोग को इसकी रिपोर्ट दे दी गई थी और आयोग से ही अब नए निर्देश की प्रतीक्षा है।
इन दोनों सीटों को लेकर चुनाव आयोग के अतिरिक्त विभिन्न राजनीतिक दलों के स्थानीय स्तर के नेताओं की सरगर्मियां जारी हैं। सुनील जाखड़ द्वारा पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष पद से त्यागपत्र देने के बाद से राज्य में पार्टी की सरगर्मियां लगभग ठप्प हैं, इसलिए कांग्रेस के एजैंडे में अभी सिर्फ राहुल गांधी की जगह पार्टी का नया अध्यक्ष और पंजाब में कांग्रेस प्रधान के रिक्त पड़े पद को भरना और नवजोत सिंह सिद्धू की जगह किसी अन्य को मंत्री बनाना शामिल है। अन्य पार्टियों ने भी दोनों सीटों को लेकर अभी कोई सक्रियता नहीं दिखाई है। वैसे कांग्रेस की तरफ से सुनील जाखड़ का नाम भी चर्चा में है जबकि पंजाब कांग्रेस के प्रवक्ता राज बख्श भी इस दौड़ मेें शामिल हैं।
होशियारपुर से लोकसभा चुनाव जीतने वाले सोम प्रकाश ने होशियारपुर विधानसभा से 44,436, कांग्रेस के राज कुमार चब्बेवाल ने 39,290, बसपा के खुशी राम ने 29,738 और आम आदमी पार्टी के डा. रवजोत सिंह ने महज 3,061 मत प्राप्त किए थे और अपनी जमानत ही गंवा गए थे। ऐसे ही फिरोजपुर लोकसभा चुनाव में जलालाबाद विधानसभा क्षेत्र से अकाली दल के सुखबीर सिंह बादल ने 88,857, कांग्रेस के शेर सिंह घुबाया ने 57,944 और आम आदमी पार्टी के हरजिन्द्र काका ने 3,304 मत प्राप्त किए थे और वे अपनी जमानत ही नहीं बचा पाए थे।