Edited By Vatika,Updated: 20 Mar, 2025 12:34 PM

युवाओं को सरकारी नौकरियां देने में एक नया मील का पत्थर स्थापित करते हुए
लुधियाना(विक्की): युवाओं को सरकारी नौकरियां देने में एक नया मील का पत्थर स्थापित करते हुए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार ने सत्ता संभालने के मात्र 36 महीनों के भीतर राज्य के युवाओं को 52,606 नौकरियां प्रदान कर इतिहास रच दिया है। यहां गुरु नानक देव भवन में 951 ई.टी.टी. शिक्षकों को नियुक्ति पत्र सौंपने के लिए आयोजित समारोह में संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह कदम पंजाब के सामाजिक और आर्थिक विकास को नई ऊंचाइयों तक ले जाने में सहायक होगा। मुख्यमंत्री ने नवनियुक्त शिक्षकों से शिक्षा के स्तर को और ऊंचा उठाकर राज्य में शिक्षा क्रांति के दूत के रूप में कार्य करने का आह्वान किया। उन्होंने उम्मीद जताई कि आधुनिक शिक्षण विधियों से सुसज्जित ये शिक्षक विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करेंगे जिससे वे अपने जीवन में नई ऊंचाइयां हासिल कर सकें। मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे राज्य की समग्र शिक्षा प्रणाली को सशक्त बनाने में मदद मिलेगी, क्योंकि ये शिक्षक शिक्षा क्षेत्र में सुधार लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
शिक्षकों की सेवाओं का उपयोग केवल शिक्षण कार्यों के लिए ही किया जाए
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह स्वयं एक शिक्षक के बेटे हैं और भली-भांति जानते हैं कि शिक्षक राष्ट्र निर्माता होते हैं जो विद्यार्थियों को अधिकारी, इंजीनियर, डॉक्टर और अन्य नेता बनने के लिए तैयार करते हैं। सरकारी स्कूलों के शिक्षक अत्यधिक योग्य और सक्षम हैं, लेकिन पिछली सरकारों ने उन्हें कुछ गैर-शैक्षणिक कार्यों में भी लगा दिया था। मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया कि उनकी सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि शिक्षकों की सेवाओं का उपयोग केवल शिक्षण कार्यों के लिए ही किया जाए। पहले राज्य की जमीनी हकीकत से अंजान कॉन्वैंट स्कूलों में पढ़े नेताओं ने इस महत्वपूर्ण क्षेत्र की अनदेखी कर दी थी जिससे पंजाब विकास की दौड़ में पीछे रह गया था। मुख्यमंत्री ने नवनियुक्त शिक्षकों से कहा कि वे विद्यार्थियों को उनकी रुचि के अनुसार शिक्षा ग्रहण करने के लिए प्रेरित करें ताकि वे अपने लिए उपयुक्त करियर का चयन कर सकें। मुख्यमंत्री ने बताया कि पंजाब के इतिहास में पहली बार किसी सरकार ने मात्र 36 महीनों में 52,000 से अधिक नौकरियां दी हैं। अब तक किसी एक की भी नियुक्ति को अदालत में चुनौती नहीं दी गई है। यह पंजाब सरकार के लिए गर्व की बात है कि इन युवाओं को पूरी योग्यता के आधार पर सरकारी नौकरियां दी गई हैं। राज्य सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि पंजाब का कोई भी व्यक्ति मजबूरी में विदेश न जाए। राज्य सरकार के अथक प्रयासों से अब विदेश जाने की प्रवृत्ति में कमी आई है और युवा विदेश से लौटकर पंजाब में सेवा करने की रुचि दिखा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा द्वारा अपनी विरोधी राजनीतिक पार्टियों को खत्म करने के लिए किए जा रहे सीमा निर्धारण का कड़ा विरोध करने के लिए आम आदमी पार्टी समान विचारधारा वाली राजनीतिक पार्टियों के साथ हाथ मिलाएगी। वह केंद्र सरकार की गैर-लोकतांत्रिक कार्यशैली का विरोध करने के लिए चेन्नई का दौरा करेंगे जिससे भाजपा और उसके गठबंधन की संदेहास्पद नीयत उजागर हुई है। लोकतंत्र को कुचलने वाले केंद्र सरकार के इस कदम के खिलाफ सभी दल एकजुट होंगे। इस अवसर पर शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस, आवास एवं शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह मुंडियां और राज्यसभा सांसद संजीव अरोड़ा भी उपस्थित थे।