Edited By Radhika Salwan,Updated: 13 Jun, 2024 08:35 PM
![along with the union minister of state ravneet bittu may get big responsibility](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2024_6image_20_34_575745618bittu-ll.jpg)
पंजाब में लोकसभा चुनावों में कमल खिलाने में विफल रही भारतीय जनता पार्टी संगठनात्मक चुनावों की ओर बढ़ रही है।
लुधियाना, (गुप्ता): पंजाब में लोकसभा चुनावों में कमल खिलाने में विफल रही भारतीय जनता पार्टी संगठनात्मक चुनावों की ओर बढ़ रही है। उम्मीद जताई जा रही है कि यह चुनाव प्रक्रिया आगामी माह से आंरभ हो जायेगी। लोकसभा चुनावों के बाद होने जा रहे संगठनात्मक चुनावों में भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष पद किसी ऐसे व्यक्ति को दिया जायेगा जो भाजपा को करारी हार के सदमें से निकालकर 2027 में पंजाब की मुख्यमंत्री पद की कुर्सी दिला सके।
उल्लेखनीय है कि 1998 के बाद पहली बार ऐसा हुआ है कि जब भाजपा को पंजाब में एक भी सीट नहीं मिली है। हालांकि उसके वोट शेयर में बढ़ोतरी हुई है। इन चुनावों में एक मजेदार पहलू जो निकलकर सामने आया है वो यह है कि भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने लुधियाना लोकसभा में 9 में से 5 विधानसभा क्षेत्र जीतने वाले कांग्रेस से आये रवनीत बिटटू को केन्द्र में राज्यमंत्री बना दिया गया है। अब उम्मीद जताई जा रही है कि उन्हें पंजाब भाजपा की कमान भी सौंपी जा सकती है। जिस प्रकार हरियाणा में मुख्यमंत्री के पास हरियाणा भाजपा के अध्यक्ष की भी जिम्मेदारी है, उसी प्रकार केन्द्र के साथ-साथ पंजाब में भी रवनीत बिटटू को अध्यक्ष पद पर बैठाया जा सकता है ताकि वह केन्द्र से मिली शक्ति के बल पर पंजाब में संगठन का विस्तार कर सके।
रवनीत बिटटू ने जिस प्रकार से रेल मंत्री बनने के पश्चात पंजाब के नशा माफिया, भ्रष्टाचार के विरूद्व ताल ठोकी है, उसने इस बात को और भी बल दिया है। भारतीय जनता पार्टी का एक वर्ग प्रदेश में संगठन के ही किसी व्यक्ति को प्रदेश की अध्यक्ष की जिम्मेदारी देकर आगे बढ़ने के लिए केन्द्रीय हाईकमान के समक्ष गुहार लगा रहा है। अगर ऐसा होता है तो पंजाब भाजपा के पूर्व अध्यक्ष रहे मनोरंजन कालिया, अविनाश राय खन्ना, सांसद का चुनाव लड़े सुभाष शर्मा, विजय सांपला, विधायक अश्विनी शर्मा आदि को प्रदेश भाजपा की कमान सौंपी जा सकती है।