Edited By Subhash Kapoor,Updated: 24 Jan, 2025 12:15 AM
शातिर ठगों द्वारा लोगों को अपने जाल में फंसाने के लिए दिन-ब-दिन नए-नए तरीके अपनाए जा रहे हैं। इन ठगों द्वारा साइबर क्राइम खासकर सोशल मीडिया की अलग-अलग साइट्स की मदद से लगातार इन घटनाओं को अंजाम देने की कोशिश की जा रही है।
भवानीगढ़ (कांसल): शातिर ठगों द्वारा लोगों को अपने जाल में फंसाने के लिए दिन-ब-दिन नए-नए तरीके अपनाए जा रहे हैं। इन ठगों द्वारा साइबर क्राइम खासकर सोशल मीडिया की अलग-अलग साइट्स की मदद से लगातार इन घटनाओं को अंजाम देने की कोशिश की जा रही है। जिसके चलते बीते दिन साइबर क्राइम ठगों ने स्थानीय शहर की प्रमुख समाज सेवी संस्था रोटरी क्लब के करीब 10 सदस्यों की फोटो व्हाट्सएप नंबर +91 8099218534 पर डीपी बनाकर उनके रिश्तेदारों और करीबी दोस्तों को मैसेज भेज कर किसी बहाने पैसे मांग कर अपनी ठगी का शिकार बनाने की कोशिश करने का मामले सामने आए हैं।
इस संबंध में जानकारी देते हुए पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट के संगरूर के वकील संजीव गोयल ने बताया कि उन्हें आज सुबह एक अनजान नंबर से व्हाट्सएप कॉल आई, लेकिन व्हाट्सएप पर डीपी पर उनके दोस्त की फोटो लगी हुई थी। उन्होंने बताया कि उनका दोस्त कल ही दुबई गया था, इसलिए उन्होंने यह सोचकर कॉल अटेंड की कि शायद उनके दोस्त ने किसी नए नंबर से कॉल किया है, लेकिन जब काल करने वाले व्यक्ति ने कोई बहाना बनाकर उनसे पैसों की मांग की तो वह समझ गए की यह सब ठगी का खेल है और किसी धोखेबाज ने उनके दोस्त की व्हाट्सएप पर डीपी लगाकर ठगी का जाल बिछाया है।
उन्होंने बताया कि भवानीगढ़ शहर के रंजन गर्ग, अमित कुमार आशु, अनिल कांसल, विशाल गर्ग, नवी वर्मा, राजिंदर सुखीजा, वरिंदर कुमार मित्तल और विनोद जैन सभी रोटरी क्लब के पदाधिकारियों और सदस्यों की भी साइबर क्राइम ठगों ने व्हाट्सएप पर डीपी के तौर पर उनकी तस्वीरें लगाकर किसी बहाने से उनके करीबी दोस्तों और रिश्तेदारों को यह झूठा संदेश भेजा कि उसका एक्सीडेंट हो गया है और इलाज के लिए उसे तत्काल रुपयों की जरूरत है कह कर पैसों की मांग की गई।
उक्त ठग ने मोबाइल नंबर +91 8099218534 से पैसे मांगने के साथ ही भरोसा जगाने के लिए अस्पताल में इलाज कराते हुए की फोटो भी भेजी गई। उन्होंने कहा कि वह कल से ही टोल फ्री नंबर 1930 पर शिकायत दर्ज कराने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन जब वह नंबर मिलाते हैं तो नंबर व्यस्त आता है। बार-बार नंबर डायल करने पर भी यह नंबर नहीं मिल रहा है। जिससे लोग चिंतित हैं और उन्हें डर है कि कोई धोखेबाज उनके नाम का इस्तेमाल कर उनके दोस्तों और रिश्तेदारों को ठग ना ले। उन्होंने साइबर क्राइम पुलिस प्रशासन और सरकार से लोगों को साइबर क्राइम ठगों से बचाने के लिए हेल्पलाइन नंबर पर पीड़ितों की शिकायत दर्ज करने का आसान तरीका बनाने और ऐसे ठगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि वह जल्द ही साइबर क्राइम पुलिस में शिकायत दर्ज कराएंगे। समाज सेवी रोटरी क्लब के सदस्यों ने लोगों से भी अपील की है कि साइबर क्राइम करने वाले जालसाजों से दूर रहें और पूरी तरह जागरूक रहें ताकि आप किसी ठगी का शिकार न बनें। देश की जनता को साइबर क्राइम ठगों से बचाने के लिए सरकार ने लोगों को जागरूक करने के लिए रेडियो और संचार के अन्य माध्यमों के अलावा उपभोक्ताओं के मोबाइल फोन पर कॉलर ट्यून के रूप में जागरूकता संदेश लगाए हैं, लेकिन सरकार द्वारा सहायता के लिए दिए गए नंबर 1930 पर पीड़ित उपभोक्ता की कोई शिकायत दर्ज नहीं होने से लोग परेशान हैं।