Edited By Subhash Kapoor,Updated: 27 Dec, 2025 10:00 PM

शहर की मशहूर सब्जी मंडी मकसूदां में पार्किंग ठेकेदार की कथित धक्केशाही और लोगों से जबरन वसूली को लेकर पनपे विवाद ने तूल पकड़ लिया है तथा अब आढ़ती एसोसिएशन ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए मंडी बंद रखने का ऐलान किया है। आढ़तियों का आरोप है कि मंडी...
जालंधर: शहर की मशहूर सब्जी मंडी मकसूदां में पार्किंग ठेकेदार की कथित धक्केशाही और लोगों से जबरन वसूली को लेकर पनपे विवाद ने तूल पकड़ लिया है तथा अब आढ़ती एसोसिएशन ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए मंडी बंद रखने का ऐलान किया है। आढ़तियों का आरोप है कि मंडी में आने वाले आम जनता से पार्किंग के नाम पर जबरन वसूली की जा रही है। बताया जा रहा है कि ठेकेदार आम लोगों से 15 से 20 रुपये के एवज में 50 से 200 रुपये तक वसूली कर रहे हैं। इस धक्केशाही के चलते आढ़तियों और ठेकेदारों के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा था।
आढ़तियों का कहना है कि उन्होंने इस समस्या को लेकर मंडी बोर्ड के अधिकारियों और प्रशासनिक अधिकारियों के पास शिकायतें दर्ज करवाई हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। इस पर आढ़तियों में नाराजगी बढ़ गई और उन्होंने एकजुट होकर फैसला किया कि अगर सोमवार तक ठेकेदार की धक्केशाही बंद नहीं हुई तो वे मंगलवार को अपनी दुकानों की चाबियां डी.सी. हिमांशु अग्रवाल को सौंपकर मंडी बंद कर देंगे।
आढ़ती एसोसिएशन के प्रतिनिधियों ने बताया कि इस फैसले के पीछे मुख्य वजह आम जनता और दुकानदारों से होने वाली अनुचित वसूली है। उनका कहना है कि मंडी में शांति बहाल करने और ठेकेदारों की मनमानी रोकने के लिए उठाया गया है। मंडी बंद होने की स्थिति में शहर की सब्जी आपूर्ति पर भी असर पड़ सकता है। प्रशासन से उम्मीद की जा रही है कि वे जल्दी ही ठोस कार्रवाई करके आढ़तियों और ठेकेदारों के बीच सामंजस्य स्थापित करेंगे।