Edited By Sunita sarangal,Updated: 15 Sep, 2019 11:50 AM
रूपनगर शहर में अंग्रेजों के समय सन् 1881 में सरहिंद नहर पर पुराने बस स्टैंड के समीप बना पुल इस समय बहुत ही खस्ता हालत में है जिससे कभी भी कोई हादसा घट सकता है।
रूपनगर(विजय): रूपनगर शहर में अंग्रेजों के समय सन् 1881 में सरहिंद नहर पर पुराने बस स्टैंड के समीप बना पुल इस समय बहुत ही खस्ता हालत में है जिससे कभी भी कोई हादसा घट सकता है। जिला प्रशासन पुल की खस्ता हालत को लेकर बेखबर है जबकि उक्त पुल को वर्ष 1981 में असुरक्षित करार दिया जा चुका है।
जिला प्रशासन ने इस पुल के दोनों तरफ एंगल रूपी अवरोधक लगाए थे ताकि यहां कोई अप्रिय घटना न घट सके क्योंकि यह पुल भारी वजन को सहन नहीं कर सकता तथा इसकी सुरक्षा को और बढ़ाया जाना चाहिए था। कुछ समय पहले इस पुल पर लगे अवरोधकों को हटा दिया गया और पुन: पुल से भारी वाहन गुजरने लगे हैं। इस पुल की मौजूदा दशा बहुत खराब है और वर्षा के दिनों में पुल पर पानी जमा हो जाता है। जिस कारण यातायात भी प्रभावित होता है। यदि पुल की उचित देखरेख को यकीनी बनाया जाए तो पुल पर पानी जमा होने जैसी समस्या से निजात मिल सकती है।
इस पुल से टैलीफोन विभाग के भारी केबल निकाले गए हैं जिससे फुटपाथ पर चलते समय यात्रियों को परेशानी होती है। लोगों का कहना है कि किसी प्रकार के हादसे के बाद सरकार मैजिस्ट्रेट जांच के आदेश जारी कर देती है परंतु किसी की भी जिम्मेदारी तय नहीं की जाती तथा न ही किसी पर कोई कार्रवाई होती है। शहरवासियों ने मांग की कि इस पुल पर भारी वाहनों के प्रवेश को तुरंत रोका जाए। पुल की मुरम्मत करवाई जाए एवं पहले की भांति पुल के दोनों ओर बैरीकेट लगाए जाएं। यह पुल शहर का प्रवेश द्वार माना जाता है और शहर के लिए काफी महत्वपूर्ण है।