Edited By swetha,Updated: 17 Jul, 2019 04:19 PM
बीते 3 दिनों से पंजाब व हिमाचल प्रदेश में हो रही भारी बारिश के कारण छोड़े गए पानी से मंड बाऊपुर के साथ लगते ब्यास दरिया में पानी का स्तर तेजी से बढ़ गया है, जिस कारण दरिया से पार टापू पर बसते बाऊपुर सहित 16 गांवों के लोगों को मुश्किलों का सामना करना...
सुल्तानपुर लोधी(अश्विनी): बीते 3 दिनों से पंजाब व हिमाचल प्रदेश में हो रही भारी बारिश के कारण छोड़े गए पानी से मंड बाऊपुर के साथ लगते ब्यास दरिया में पानी का स्तर तेजी से बढ़ गया है, जिस कारण दरिया से पार टापू पर बसते बाऊपुर सहित 16 गांवों के लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। फिलहाल लोगों की सुविधाओं के लिए सरकार द्वारा बने पलटून पुल से यातायात हो रहा है लेकिन अगर दरिया का स्तर इसी तरह अधिक होता रहा तो प्रशासन पुल को किसी समय भी हटाने के आदेश जारी कर सकता है। पता चला है कि पलटून पुल को 20 जुलाई तक खोला जा सकता है। सुविधाओं से वंचित संबंधित क्षेत्र के निवासी परेशान हैं। क्या पलटून पुल के हटने के बाद उनका क्या बनेगा?
पुल को हटाने से पहले दी जाएं किश्तियां
इस संबंधी किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के जिलाध्यक्ष जत्थे. परमजीत सिंह खालसा, स्वर्ण सिंह बाऊपुर, पूर्व सरपंच सलविन्द्र सिंह, अमरीक सिंह, बलजीत सिंह रामपुर गोरे, सुखचैन सिंह, सुखप्रीत सिंह सुक्खा आदि किसानों ने बताया कि बीती रात से पानी का स्तर बहुत तेजी से बढ़ रहा है। यातायात के लिए पलटून पुल मुख्य साधन है जिसके हटने के बाद 16 गांवों के निवासियों को किश्तियों की जरूरत पड़ेगी। उन्होंने बताया कि प्रशासन द्वारा पिछले वर्ष दी गई किश्तियों की हालत खस्ता हो चुकी है व उसमें सवार होकर पार जाना जानलेवा सिद्ध हो सकता है। पुल को हटाने से पहले अगर प्रशासन द्वारा वैकल्पिक प्रबंधों के तौर पर किश्तियों न दी गईं तो हमें दरिया पार कर अपने घरों में जाना मुश्किल हो जाएगा। उन्होंने बताया कि पानी का स्तर बढऩे से जहां 16 गांवों के साथ लगते गांवों के किसानों की फसलें खराब होने का खतरा बना हुआ है वहीं कई स्थानों पर दरिया के कटाव से किसानों की जमीन भी बहने के हालात बनते जा रहे हैं। चाहे प्रशासन द्वारा हर तरह के सहयोग का भरोसा दिया जा रहा है लेकिन बाढ़ जैसी स्थिति से निपटने के लिए अभी तक कोई भी जमीनी कार्रवाई दिखाई नहीं दी। पानी का बहाव तेज होने के कारण खस्ता किश्तियों का चलना मुश्किल हो जाएगा जिस कारण आने-जाने वाले किसानों को अपनी जान हथेली पर रखकर दरिया पार करना होगा।
मोटर बोटें, लाइफ जैकेटे व मैडीकल सुविधाएं देने की मांग
किसान नेताओं ने बताया कि इस क्षेत्र के 100 से अधिक बच्चे शहर के विभिन्न स्कूलों में रोजाना पढऩे जाते हैं। उन्होंने प्रशासन से मोटर बोटें व लाइफ जैकेटों की मांग की है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा कुछ वर्ष पहले बरसातों के दिनों में लोगों की सहायता के लिए इस पुल से आर-पार गुजरने के लिए एक मोटर बोट दी गई थी वह सरकारी मोटर बोट अभी तक कहीं नजर नहीं आ रही है। उन्होंने क्षेत्र में पक्के तौर पर मैडीकल सुविधाएं देने की मांग पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह से की है इसके साथ ही उन्होंने ब्यास में बढ़ रहे पानी व बाऊपुर टापू पर बसते लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यहां जल्दी रैस्क्यू टीमें व मोटर बोटें भेजने की भी मांग की ताकि जरूरत पडऩे पर लोग अपने परिवारों सहित सुरक्षित स्थानों पर जा सकें।