Edited By Vatika,Updated: 26 Jun, 2019 01:28 PM

30 सिख संगठनों द्वारा मिलकर बनाई गई अलायंस ऑफ सिख आर्गेनाइजेशन द्वारा आज एक प्रैस कॉन्फ्रैंस करके मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह पर हमला बोला गया।
जालंधर (बुलंद): 30 सिख संगठनों द्वारा मिलकर बनाई गई अलायंस ऑफ सिख आर्गेनाइजेशन द्वारा आज एक प्रैस कॉन्फ्रैंस करके मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह पर हमला बोला गया। इस मौके पर गुरबचन सिंह, सुखदेव सिंह व परमपाल सिंह ने संयुक्त रूप से कहा कि बादल सरकार के राज में पंजाब में हुई श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी की हुई घटनाओं के बाद से सिख समाज ने अकाली दल (बादल) को वोट न डालने का फैसला किया था और सबने कैप्टन अमरेन्द्र सिंह पर विश्वास जताया और उन्हें पंजाब का मुख्यमंत्री बना दिया। इसके बाद 8 सांसद भी पंजाब से जिताकर भेजे पर कैप्टन ने सिखों से विश्वासघात किया है।
उन्होंने कहा कि कैप्टन ने बरगाड़ी बेअदबी केस में कोई कार्रवाई नहीं की। अब जिस महिंद्रपाल बिट्टू की गत दिनों नाभा जेल में हत्या की गई, उस बिट्टू पर बेअदबी के आरोप लगे हुए थे और वह सारे मामले का मुख्य गवाह था पर कैप्टन सरकार ने जानबूझ कर इस केस में कुछ नहीं किया और अब बिट्टू की मौत के बाद उसकी जांच पर ही सारा फोकस किया हुआ है। ऐसे में कैप्टन सरकार बादलों के रास्ते पर चल रही है। पहले यह केस सी.बी.आई. से यह कहकर वापस लिया गया कि पंजाब सरकार सारे केस में खुद कार्रवाई करेगी और बाद में किया भी कुछ नहीं। संगठन के सदस्यों ने आरोप लगाया कि बरगाड़ी सहित कई अन्य बेअदबी के केसों में पकड़े गए 26 आरोपियों में से 21 डेरा सच्चा सौदा के समर्थक थे।
इसी प्रकार मौड़ मंडी बम ब्लास्ट केस में डेरा समर्थकों पर आरोप तय होने ही वाले थे कि पंजाब सरकार ने सारे केस को ठप्प कर दिया। सिख संगठन के नेताओं ने आरोप लगाया कि पंजाब में सिखों को न्याय नहीं मिल रहा और देशभर में सिखों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि देश की जेलों में ऐसे सिख कैदी बंद हैं जिनकी सजा खत्म हुए 30 साल से ज्यादा हो चुके हैं पर सरकार उन्हें छोड़ नहीं रही जबकि एक निर्दोष सिख के फर्जी केस में अदालत द्वारा उम्रकैद की सजा भुगत रहे 4 लोगों को राज्यपाल के आदेश से रिहा कर दिया गया। इससे साफ है कि देश में सिखों को जानबूझ कर निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हैरानी की बात है कि बिट्टू जोकि बेअदबी केस में मुख्य दोषी था, के समर्थन में डेरा समर्थकों ने नारे लगाए कि बिट्टू तेरी सोच ते पहरा देंगे। इसका मतलब कि डेरा प्रेमी श्री गुरुग्रंथ साहिब की बेअदबियों को और बढ़ाना चाहते थे। उन्होंने पंजाब सरकार से मांग की कि इस सारे केस में गंभीरता से एक्शन ले। कैप्टन द्वारा सिर्फ कनाडा या पाकिस्तान सरकार को गालियां निकालने से बात नहीं बनेगी, पहले अपने गिरेबान में झांके कि खुद क्या कर रहे हैं। इस मौके पर हजारा सिंह, संदीप सिंह, गुरमीत सिंह, प्रदीप सिंह, अमनदीप सिंह, जोगिंद्र पाल सिंह आदि मौजूद थे।