Edited By Sunita sarangal,Updated: 18 Feb, 2020 09:30 AM
कांग्रेसी विधायक शहर की विभिन्न सोसायटियों व समर्थकों के साथ 19 फरवरी को बैठेंगे धरने पर
जालंधर(चोपड़ा): पी.ए.पी फ्लाईओवर का गलत डिजाइन बनाने वाले एन.एच.ए.आई. (नैशनल हाइवे अथारिटी ऑफ इंडिया) के अधिकारियों के खिलाफ बनती कार्रवाई की जाए। उक्त मांग सैंट्रल विधानसभा हलका के विधायक राजेन्द्र बेरी ने की। विधायक ने कहा कि पहले तो 10 साल तक इस फ्लाईओवर का निर्माण अधर में लटका रहा, अब एक दशक के बाद फ्लाईओवर बन जाने के बावजूद शहरवासियों व वाहन चालकों को इससे कोई खास राहत नहीं मिल सकी, उलटा उनकी दिक्कतें बढ़ गई हैं।
निर्माण के दौरान हाईवे अथारिटी के अधिकारियों की नालायकियों के चलते फ्लाईओवर आज भी लोगों के लिए परेशानियों का सबब बना हुआ है। जब से फ्लाईओवर जनता को समर्पित किया गया है, तब से शहर से पी.ए.पी. रेलवे ओवरब्रिज को जाती एक सड़क को बैरीकेड लगाकर पूरी तरह से बंद किया हुआ है। इसके उपरांत हाइवे अथारिटी के अधिकारी इस गलती को सुधारना पूरी तरह से भूल चुके हैं जिस कारण लोगों को रामा मंडी से घूम कर फ्लाईओवर पर चढ़ना पड़ता है।
विधायक बेरी ने कहा कि जनता की दिक्कतों को देखते हुए उन्होंने सबंधित विभाग को 15 दिनों में रास्ता खोलने का अल्टीमेटम भी दे रखा था कि अगर लोगों की दिक्कतों को दूर न किया गया तो वह 19 फरवरी को सुबह 11 बजे फ्लाईओवर की सड़क पर धरना-प्रदर्शन करेंगे। जो भी सोसायटियां व शहरवासी उनके जनहित के इस प्रयास का समर्थन कर रहे हैं, उनका वह आभार व्यक्त करते हैं और अपील करते हैं कि लोग उनके धरने में बढ़-चढ़कर शामिल हों ताकि हाइवे अथारिटी को कुंभकर्णी नींद से जगाया जा सके। विधायक बेरी ने कहा कि जब तक यह बंद सड़क खोली नहीं जाएगी तब तक उनका संघर्ष बदस्तूर जारी रहेगा।
शिकायत निवारण कमेटी की मीटिंग में भी आज गूंजेगा मामला
पी.ए.पी. फ्लाईओवर के बंद मार्ग व कांग्रेसी विधायक राजेन्द्र बेरी द्वारा दिए जाने वाले धरने का मामला 18 फरवरी को शिकायत निवारण कमेटी की होने वाली मीटिंग में भी गूंजेगा। जिला प्रशासकीय काम्पलैक्स में कमेटी के चेयरमैन व पंजाब के कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश सोनी की अध्यक्षता में शिकायत निवारण कमेटी की मीटिंग होने जा रही है। इस मीटिंग में जिन शिकायतों व सुझावों के प्रस्तावों पर चर्चा होनी है, उसमें फ्लाईओवर के बंद रास्ते का मामला भी शामिल किया गया है।
विधायक बेरी ने बताया कि केवल दूसरे प्रदेशों व जिलों को जाने वाले वाहन चालकों को ही नहीं बल्कि सड़क के बंद होने से गुरु नानक पुरा, चौगिट्टी, कोट राम दास, सूर्या एन्क्लेव, कमल विहार, मोहन विहार, करोल बाग, लद्देवाली, चौहंका कलां सहित अनेकों इलाकों में रहने वाले लाखों लोगों को रोजाना इन दिक्कतों से दो-चार होना पड़ रहा है। शहर से आने वाले लोगों के लिए रामा मंडी से घूमकर वापस आने का कोई विकल्प नहीं है। अगर वे गुरु नानकपुरा फाटक की तरफ से गुजरते हैं तो ट्रेनों के आवागमन की वजह से उक्त फाटक ज्यादातर समय बंद ही मिलता है।