Edited By Vatika,Updated: 27 May, 2020 04:29 PM
पिछले एक हफ्ते से भीषण गर्मी के प्रकोप झेल रहा शहर को तेज धूप से निजात मिलता नहीं दिखाई दे रहा है।
बठिंडा(आजाद): पिछले एक हफ्ते से भीषण गर्मी के प्रकोप झेल रहा शहर को तेज धूप से निजात मिलता नहीं दिखाई दे रहा है। मंगलवार को भी सूरज ने सुबह से ही अपना तेवर दिखाना शुरू कर दिया था दोपहर होते होते आसमान से आग बरसने शुरू हो गए। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि दोपहर में कुलर व एसी से भी गमी कम नहीं हो रहा थी ।
इस गर्मी के वजह से लोगों का जीवन धीमा हो गया। जहां चिलचिलाती धूप ने राहगीरों के लिए सड़क पर चलना मुश्किल कर दिया वहीं दोपहर होते ही सड़क पर कर्फ्यू जैसा सन्नाटा पसरा हुआ था। ऐसे में लोग जरूरी काम होने पर ही अपने घरों से बाहर निकलते दिखाई दिए। मंगलबार को अधिकतम तापमान 46 डिग्री सैल्सियस दर्ज किया गया जबकि न्यूनतम तापमान 30 डिग्री सैल्सियस दर्ज किया गया। बढ़ती गर्मी से गरीब,मजदूर व बेघर लोगों को सबसे ज्यादा मार झेलनी पड़ रही है क्योंकि गर्मी के कारण लॉकडाऊन में ढील के बाद भी मजदूरों को काम नहीं मिल रहा है।
वहीं बेघर लोग पेड़ के छाव में इस भीषण गर्मी से बचने की कोशिश करते दिखाई दिए। वहीं इस भीषण गर्मी से बचने के लिए प्रशासन द्वारा कोई व्यवस्था नहीं किया गया है। हर साल की तरह इस साल शहर में कहीं भी पीने का ठंडा पानी की व्यवस्था नहीं की गई है। लोगों को बढ़ती गर्मी और लु में खुद का ध्यान रखने की जरूरत है। डॉक्टरों के अनुसार मोटर साइकिल चालकों को दोपहर में बाहर जाने से बचना चाहिए। यदि बाहर जाना ज्यादा जरूरी है तो पानी पीएं, खाली पेट बाहर न जाएं। यदि आपको चक्कर या बीमार महसूस हो रहा है तो तुरंत एक डॉक्टर से संपर्क करें। रसीले फल का उपयोग करें,जब ज्यादा जरूरी हो तभी धूप में बाहर जाएं,जब भी बाहर जाएं अपने पूरे शरीर को कवर करें।