Edited By Subhash Kapoor,Updated: 17 Aug, 2025 06:31 PM

जहां लगातार रावी दरिया में पानी का स्तर बढ़ता दिखाई दे रहा है, वहीं मकौड़ा पत्तन और रावी दरिया के पार वाले इलाके के आधा दर्जन गांवों का संपर्क पूरी तरह टूट गया है, जिसके कारण लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
दीनानगर (हरजिंदर सिंह गोराया): जहां लगातार रावी दरिया में पानी का स्तर बढ़ता दिखाई दे रहा है, वहीं मकौड़ा पत्तन और रावी दरिया के पार वाले इलाके के आधा दर्जन गांवों का संपर्क पूरी तरह टूट गया है, जिसके कारण लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
प्रशासन ने बढ़ते पानी को देखते हुए विधानसभा हलका दिनानगर के अंदर तीन राहत कैंप बनाए हैं। ये कैंप सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल झबकरा, सरकारी स्कूल मुराड़ा और सरकारी स्कूल बहरामपुर में तैयार किए गए हैं। स्थिति का जायज़ा लेने मौके पर पहुंचे एसडीएम दिनानगर जसपिंदर सिंह भुल्लर ने बताया कि जम्मू-कश्मीर के कठुआ में बादल फटने के कारण अचानक पानी का स्तर बढ़ गया है। इसी कारण से डेढ़ लाख (1,50,000) क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, जिसकी वजह से रावी दरिया में पानी का स्तर तेज़ी से बढ़ा है।
उन्होंने कहा कि प्रशासन ने लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पूरे इंतज़ाम किए हुए हैं। अलग-अलग टीमों का गठन किया गया है, जिनमें मेडिकल टीम और लोगों के आने-जाने के साधन पूरी तरह तैयार रखे गए हैं। अगर पानी का स्तर और बढ़ा तो लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचा दिया जाएगा।
रावी दरिया के आसपास गुज्जर भाईचारे से जुड़े डेरों को खाली करवाकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है। एसडीएम ने इलाके के निवासियों से अपील की है कि बिना ज़रूरत दरिया की तरफ न जाएं। उन्होंने कहा कि प्रशासन बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह सतर्क और तैयार है और हर प्रकार के प्रबंध किए गए हैं। इस मौके पर बड़ी संख्या में प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।

