Edited By Kalash,Updated: 26 May, 2025 03:12 PM
कोरोना वायरस एक बार फिर भारत में पैर पसारने लगा है। विभिन्न राज्यों में कोरोना वायरस का जे.एन.-1 वेरिएंट के 275 मामले सामने आए हैं।
अमृतसर (दलजीत): कोरोना वायरस एक बार फिर भारत में पैर पसारने लगा है। विभिन्न राज्यों में कोरोना वायरस का जे.एन.-1 वेरिएंट के 275 मामले सामने आए हैं। हालांकि पंजाब में अभी तक कोरोना का कोई मामला सामने नहीं आया है, लेकिन पंजाब सरकार ने पहले ही मुस्तैदी करते हुए सरकारी अस्पतालों में दवाइयां, ऑक्सीजन और टैस्टिंग की व्यवस्था पूरी करने का दावा किया है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने जहां लोगों को सतर्क रहने के लिए मास्क पहनने और भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचने की सलाह दी है, वहीं उन्होंने लोगों से न घबराने और सरकारी आदेशों का पालन करने की भी अपील की है। फिलहाल अमृतसर में करीब 147 वैंटीलेटर की व्यवस्था की गई है, जबकि मैडीकल कॉलेज और स्वास्थ्य विभाग के अस्पतालों में 763 बैड आरक्षित हैं।
जानकारी के अनुसार कोरोना वायरस के जे.एन.-1 वेरिएंट के करीब 275 मामले भारत के विभिन्न राज्यों में सामने आ चुके हैं। यहां तक कि पंजाब के सबसे नजदीकी राज्य हरियाणा में भी करीब 9 पॉजिटिव मामले सामने आए हैं। हालांकि पंजाब में अभी तक कोई पॉजिटिव मामला सामने नहीं आया है, लेकिन सरकार ने लोगों से सतर्क रहने और घबराने की अपील नहीं की है। स्वास्थ्य मंत्री डा. बलबीर सिंह ने भी दावा किया है कि हम राज्य में सक्रिय रूप से टैस्टिंग कर रहे हैं, हमारी स्वास्थ्य सेवा प्रणाली हर लिहाज से पूरी तरह तैयार और सुसज्जित है। उन्होंने सतर्क रहने और सुरक्षित रहने की अपील करते हुए सरकारी अस्पतालों में दवाइयां, ऑक्सीजन और अन्य व्यवस्थाएं पूरी करने का दावा किया है। पिछले दिनों अमृतसर जिले में कोरोना वायरस ने अपना भयावह रूप दिखाया था। अमृतसर में बड़ी संख्या में कई लोग पॉजिटिव पाए गए थे और अतीत में कई बहुमूल्य जानें चली गई थीं।
सरकारी मैडीकल कॉलेज के अधीन चलने वाले गुरु नानक देव अस्पताल में जहां पुख्ता प्रबंध किए गए हैं, वहीं स्वास्थ्य विभाग के जिला स्तरीय सिविल अस्पताल के अलावा विभिन्न अस्पतालों में भी जरूरी प्रबंध किए जाने की बात चल रही है। गुरु नानक देव अस्पताल के मैडीकल सुपरिंटैंडैंट डा. कर्मजीत सिंह ने कहा कि कोरोना के सभी वैरिएंट इतने हानिकारक नहीं हैं, लेकिन फिर भी लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि गुरु नानक देव अस्पताल में 463 बैड आरक्षित किए गए हैं, जबकि 137 वैंटीलेटर का भी प्रबंध किया गया है। इसके अलावा ऑक्सीजन भी पर्याप्त मात्रा में मौजूद है। उन्होंने कहा कि दवाइयों की कोई कमी नहीं है। स्टाफ और डॉक्टरों की संख्या भी पूरी है। उन्होंने बताया कि मैडीकल शिक्षा एवं खोज विभाग अपना कार्य पूरी निष्ठा से कर रहा है। हालांकि पंजाब में अभी तक कोई मामला सामने नहीं आया है, लेकिन हमने अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं।
स्वास्थ्य विभाग ने 300 बैड व 10 वैंटीलेटर किए आरक्षित
सिविल सर्जन डा. किरनदीप कौर ने बताया कि लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है। पंजाब में अभी दहशत का माहौल नहीं है। लोगों को सतर्क रहना चाहिए और सरकारी आदेशों का पालन करना चाहिए। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न अस्पतालों में 300 बैड तथा 10 वैंटीलेटर उपलब्ध हैं। इसके अलावा दवाइयां, ऑक्सीजन आदि की व्यवस्था पूरी कर ली गई है। उन्होंने कहा कि यदि भविष्य में ऐसी कोई स्थिति उत्पन्न होती है तो गंभीर हालत वाले मरीजों को गुरु नानक देव अस्पताल रेफर किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अफवाहों पर ध्यान न दें और सतर्क रहें। उन्होंने कहा कि इसके अलावा विभिन्न अस्पताल भी स्वास्थ्य विभाग को सहयोग देने के लिए तैयार हैं।
पंजाब की पहली कोविड टैस्टिंग लैब में प्रतिदिन होते हैं 10,000 टैस्ट
पंजाब की पहली कोविड टैस्टिंग भी आर.डी.एल. लैब में भी प्रतिदिन 10,000 टैस्ट करने की क्षमता है। पिछले दिनों जब कोरोना वायरस जोरों पर था, उस समय भी उक्त लैब ने अपनी अहम भूमिका निभाई थी और लोगों की कीमती जान बचाने में अहम भूमिका निभाई थी। लैब इंचार्ज डा. के.डी. सिंह के नेतृत्व में पूरी टीम ने उस समय भी दिन-रात डटकर काम किया गया। उन्होंने कहा कि रोजाना 10,000 तक टैस्ट करने की लैब में क्षमता है। उन्होंने कहा कि कोरोना के सभी वैरिएंट जे.एन. 1 ज्यादा खतरनाक नहीं है, लेकिन लोगों को अभी भी सतर्क रहने की जरूरत है और बिल्कुल भी घबराने की जरूरत नहीं है।
सरकारी टी.बी. अस्पताल में की आवश्यक व्यवस्था
सरकारी टी.बी. अस्पताल के प्रमुख डा. गुनीत ने कहा कि हालांकि पंजाब में अभी तक कोरोना वायरस का कोई भी मामला पॉजिटिव नहीं आया है, लेकिन अस्पताल में तैयार रहने के लिए आवश्यक प्रबंध किए गए हैं। उन्होंने मरीजों से अपील की कि वे अस्पताल में मास्क पहनकर आएं और हर हाल में अपने साथ स्वस्थ बच्चों को लेकर आएं। उन्होंने लोगों से सरकार के आदेशों का पालन करने की अपील की। इसके अलावा उन्होंने कहा कि अस्पताल में बैड आरक्षित रखे जा रहे हैं और डॉक्टरों की टीम भी पूरी तत्परता से अपनी जिम्मेदारी निभा रही है।
इंडियन मैडीकल एसो. ने विभाग को अपना समर्थन देने की घोषणा की
इंडियन मैडीकल एसोसिएशन के पब्लिक रिलेशन अधिकारी एवं सचिव डॉ. नरेश चावला ने कहा कि एसोसिएशन के विभिन्न निजी अस्पतालों ने हमेशा हर परिस्थिति में विभाग का सहयोग किया है तथा पूर्व में कोरोना वायरस के दौरान भी अस्पतालों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। निजी अस्पताल सरकारी आदेश के तहत काम कर रहे थे। डॉ. चावला ने कहा कि लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है, उन्हें सिर्फ सतर्क रहने की जरूरत है। अफवाहों से बचें, मास्क पहनें और भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें।
खांसी, जुकाम, बुखार नए वैरिएंट के मुख्य लक्षण
सरकारी टी.बी. अस्पताल के डॉक्टर विशाल वर्मा ने बताया कि खांसी, जुकाम, बुखार आदि कोरोना के नए वैरिएंट के मुख्य लक्षण हैं। लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है। जब भी ये लक्षण दिखें तो उन्हें तुरंत अपने सरकारी स्वास्थ्य केन्द्रों पर जांच करवानी चाहिए। इसके अलावा मास्क पहनना चाहिए। घबराएं नहीं, यह वैरिएंट ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचाता बल्कि निर्धारित समय पर उपचार फायदेमंद होता है। उन्होंने कहा कि सरकार ने सरकारी स्वास्थ्य केन्द्रों में आवश्यक व्यवस्थाएं की हैं।
भारत में पॉजिटिव आए 98 प्रतिशत मरीज हो चुके हैं ठीक
सरकारी छाती रोग व टी.बी. अस्पताल के डॉक्टर दलजीत सिंह ने बताया कि यह वैरिएंट जल्दी ठीक हो जाता है। भारत में अब तक कितने पॉजिटिव मामले सामने आए हैं, इनमें से 98 प्रतिशत मरीज ठीक हो चुके हैं।
बच्चों, बुजुर्गों और विभिन्न बीमारियों से पीड़ित मरीज रखे ध्यान
सरकारी मैडीकल कॉलेज एवं टी.बी. अस्पताल के सीनियर डा. संदीप महाजन ने कहा कि बच्चों एवं बुजुर्गों को अपना विशेष ध्यान रखना चाहिए। इसके अलावा विभिन्न बीमारियों से पीड़ित मरीजों को भी अपना ध्यान रखने की जरूरत है।
सरकारी आदेशों का किया जा रहा पालन
स्वास्थ्य विभाग के जिला टीबी अधिकारी डॉ. विजय गोतवाल ने कहा कि लोगों को सरकार के आदेशों की पालना करनी चाहिए तथा कोरोना महामारी के दौरान जारी एडवाइजरी के अनुसार सतर्क रहने की जरूरत है। पंजाब के जुझारू लोग बहुत समझदार हैं और वे जागरूक होकर सरकार के आदेशों का पालन करते हुए राज्य की भलाई के लिए मिलकर काम कर रहे हैं।
लोगों को किया जा रहा जागरूक
इंडियन मैडीकल एसोसिएशन के सदस्य डॉ. रजनीश शर्मा ने बताया कि कोरोना के नए वैरिएंट को लेकर लोगों को लगातार जागरूक किया जा रहा है। लोगों को सतर्क रहना चाहिए, मास्क पहनना चाहिए, भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचना चाहिए और किसी से भी हाथ मिलाने से बचना चाहिए। घर वापस आते समय हाथों को साबुन और साफ पानी से धोना चाहिए। सरकारी आदेशों का पालन किया जाना चाहिए।
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