Edited By Subhash Kapoor,Updated: 28 Feb, 2025 08:28 PM
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उत्तरी भारत की सबसे बड़ी जिला बार संघ लुधियाना के आज वर्ष 2025-26 के लिए हुए वार्षिक चुनाव में प्रधान पद के लिए प्रबल दावेदार विपिन सग्गड ने एक तरफा विजय हासिल करते हुए 1749 मत हासिल किया व करीब 1300 मतो के भारी अंतर से जीत दर्ज की, जबकि उनके...
लुधियाना (मेहरा) : उत्तरी भारत की सबसे बड़ी जिला बार संघ लुधियाना के आज वर्ष 2025-26 के लिए हुए वार्षिक चुनाव में प्रधान पद के लिए प्रबल दावेदार विपिन सग्गड ने एक तरफा विजय हासिल करते हुए 1749 मत हासिल किया व करीब 1300 मतो के भारी अंतर से जीत दर्ज की, जबकि उनके मुकाबले में प्रधान पद का चुनाव लड़ रहे अन्य पांच उम्मीदवार मिलकर भी इतने मत हासिल नहीं कर पाए। प्रधान पद पर उनके विरोधी गुरप्रीत सिंह अरोड़ा 404 टी पीएस धालीवाल 194, एच एस नारंग 92, संजीव मल्होत्रा 60, जबकि हरविंदर सिंह 6 मत ही प्राप्त कर पाए। पराजित उम्मीदवार मिलकर भी मात्र 756 मत ही हासिल कर सके, हालाकि पंजाब हरियाणा बार काउंसिल चंडीगढ़ के एक आदेश के मुताबिक विपिन सग्गड को रिटर्निंग अधिकारी लोकेश बत्ता द्वारा अभी प्रधान पद पर विजेता घोषित नहीं किया गया है। कौंसिल के मुताबिक 6 मार्च को लंबित जांच के बाद ही विजेता के परिणाम को लेकर घोषणा की जाएगी,लेकिन वकीलों द्वारा विपन सग्गड के पक्ष में एक तरफा मतदान कर यह संदेश दिया गया है कि किसी भी गलत निर्णय को वकील समुदाय मानने के लिए बाध्य नहीं है और इसका जवाब उन्होंने विपन सग्गड के पक्ष में मतदान कर दिया।
विपन सागर की जीत पर पंजाब-हरियाणा बार काउंसिल के सदस्य हरीश राय ढांडा व परोपकार सिंह घुमन ने कहा कि विपन सग्गड की जीत सच्चाई की जीत है और तानाशाही को वकील समुदाय द्वारा दिया गया करारा जवाब है। उन्होंने कहा की विपन सग्गड के नामांकन पत्र को एक साजिश के तहत एक अन्य प्रत्याशी को जीताने के लिए रद्द किया गया था, जिसका जवाब वकीलों ने जबरदस्त मतदान कर दिया है । वही विपन सग्गड ने अपनी जीत को सच,सिद्धांतों व वकीलों की एकता की जीत बताया है। उन्होंने कहा कि वकील समुदाय ने उन्हें विजई बनाकर अपना हमेशा के लिए ऋणी बना लिया है। उन्होंने कहा कि वह बिना किसी पक्षपात के सभी वकीलों के साथ मिलकर वकीलों की बेहतरी हेतु काम करेंगे। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा वकीलों की प्रतिष्ठा व सम्मान को बहाल करने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा की तानाशाही पूर्वक ढंग से उन्हें दबाने की पूरी कोशिश की गई,लेकिन वकीलों ने एक एकजुट होकर इसका करारा जवाब दिया है। उपप्रधान पद पर गगन बेदी 993 मत लेकर विजयी हुए हैं,उनके खिलाफ चुनाव लड़ रहे अनिल सग्गड 779 मत लेकर दूसरे स्थान पर रहे। चरणजीत सिंह चन्ना को 93, सुखविंदर सिंह भाटिया को 509, राकेश गुप्ता को 64 जबकि गुरसिमर सिंह अलग को 34 मत ही मिले।