Edited By Vatika,Updated: 05 Dec, 2025 01:07 PM

साल 2025–26 तक यह संख्या बढ़कर 2.40 लाख से अधिक हो चुकी है, जिसे स्वास्थ्य विशेषज्ञ गंभीर चेतावनी
चंडीगढ़: पंजाब में शुगर (डायबिटीज़) के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय की जो ताज़ा रिपोर्ट सामने आई है, उसने सभी को चौंका दिया। रिपोर्ट के मुताबिक अब राज्य का हर 10वां व्यक्ति शुगर का मरीज है। साल 2025–26 तक यह संख्या बढ़कर 2.40 लाख से अधिक हो चुकी है, जिसे स्वास्थ्य विशेषज्ञ गंभीर चेतावनी के तौर पर देख रहे हैं।
रिपोर्ट में बताया गया है कि असंतुलित खाना, जंक फूड, तंबाकू-शराब का सेवन, कसरत की कमी और तनाव शुगर बढ़ने के मुख्य कारण हैं। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार साल 2023–24 में 6.71 लाख लोगों की स्क्रीनिंग की गई, जिनमें से 86,744 लोग शुगर से पीड़ित पाए गए। वहीं 2024–25 में 37.65 लाख लोगों की जांच में 2.28 लाख मरीज मिले, जो पहले से कहीं ज़्यादा है। विशेषज्ञों का कहना है कि शुगर कई गंभीर बीमारियों का कारण बन सकती है, जैसे दिल की बीमारी, किडनी की समस्या, आंखों की रोशनी घटना आदि। जिन लोगों के परिवार में पहले से किसी को डायबिटीज़ रही है, उनमें टाइप-1 और टाइप-2 शुगर का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। पंजाब के ग्रामीण इलाकों में हालात और भी चिंताजनक हैं। बिना व्यायाम वाली दिनचर्या, बढ़ता वजन और गलत खानपान इस खतरे को तेजी से बढ़ा रहे हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक स्वास्थ्य केंद्रों में 6,410 लोगों की स्क्रीनिंग में 770 लोग पॉज़िटिव पाए गए हैं। शहरी क्षेत्रों में भी शुगर के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इसके साथ ही पड़ोसी राज्यों हरियाणा और हिमाचल में भी स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। हरियाणा में 2.11 लाख शुगर मरीज मिले हैं, जबकि हिमाचल में भी हालात बहुत अच्छे नहीं हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों से अपील की है कि वे नियमित व्यायाम करें, संतुलित आहार लें, वजन नियंत्रित रखें और साल में कम से कम एक बार शुगर टेस्ट अवश्य कराएं, ताकि बीमारी का समय रहते पता चल सके और इसे बढ़ने से रोका जा सके।