Edited By Subhash Kapoor,Updated: 24 Jun, 2024 08:24 PM
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने आज मुख्यमंत्री भगवंत मान से यह स्पष्ट करने की मांग की है कि क्या 10,000 पंजाब पुलिस कर्मियों का तबादला ड्रग माफियाओं से संबंधों के कारण किया गया है या हाल ही में हुए लोकसभा चुनावों में विपक्षी दलों की मदद करने...
चंडीगढ़ : भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने आज मुख्यमंत्री भगवंत मान से यह स्पष्ट करने की मांग की है कि क्या 10,000 पंजाब पुलिस कर्मियों का तबादला ड्रग माफियाओं से संबंधों के कारण किया गया है या हाल ही में हुए लोकसभा चुनावों में विपक्षी दलों की मदद करने के कारण। मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग करते हुए चुघ ने कहा कि इस मामले में पंजाब की जनता गुमराह करना मुख्यमंत्री की ओर से अत्यधिक "गैर जिम्मेदाराना" है।
चुघ ने कहा कि डीजीपी गौरव यादव ने मुख्यमंत्री के इस बात का खंडन करते हुए कहा है कि तबादले नियमित तरीके से किए गए थे और उनका ड्रग माफियाओं से कोई लेना-देना नहीं है, जबकि कुछ राजनीतिक नेताओं ने दावा किया है कि तबादले इसलिए किए गए हैं क्योंकि 10,000 पुलिसकर्मियों ने लोकसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी की मदद नहीं की और इसके बजाय अन्य राजनीतिक दलों का समर्थन किया।
चुघ ने कहा, "पुलिस बल के खिलाफ इस तरह के आरोप निश्चित रूप से सीमावर्ती राज्य में पूरे पुलिस बल का मनोबल गिराने में सहायक होंगे और इसके लिए मुख्यमंत्री अकेले जिम्मेदार हैं।" उन्होंने कहा कि यह देखना चौंकाने वाला है कि मुख्यमंत्री ने 10,000 पुलिसकर्मियों पर ड्रग तस्करों के साथ संबंधों का आरोप लगाया है, जबकि सच्चाई यह है कि सभी ड्रग माफिया राज्य में अपने कारोबार को बेखौफ चलाने के लिए आप सरकार के संरक्षण का आनंद ले रहे हैं। चुघ ने कहा कि मुख्यमंत्री को राज्य में ड्रग्स पर लगाम लगाने में अपनी विफलता के लिए अपनी नैतिक जिम्मेदारी स्वीकार करनी चाहिए।