Edited By Urmila,Updated: 16 Jan, 2024 01:34 PM
शिक्षा विभाग को शीत लहर में 6वीं से 12वीं तक में पढ़ने वाले विद्यार्थियों पर रहम नहीं आ रहा।
अमृतसर (दलजीत): शिक्षा विभाग को शीत लहर में 6वीं से 12वीं तक में पढ़ने वाले विद्यार्थियों पर रहम नहीं आ रहा। विभाग द्वारा कड़ाके की पड़ रही ठंड के मद्देनजर पहली से 5वीं तक कक्षाओं में छुट्टियों का ऐलान किया गया है, जबकि बड़े बच्चों पर भारी ठंड व धुंध में स्कूल में बुलाया गया। सर्दी की छुट्टियों के बाद आज लगे स्कूलों में विद्यार्थी कांपते हुए आए व अधिकतर विद्यार्थी कक्षाओं में भी कांपते दिखाई दिए। कुछ दिन पहले ही शीत लहर व धुंध के कारण अमृतसर के अटारी सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले एक विद्यार्थी की स्कूल आते समय धुंध में दुर्घटना के दौरान मौत भी हो गई थी। विभाग द्वारा उक्त घटना से भी अभी तक कोई सबक नहीं लिया व विभाग की लापरवाही विद्यार्थियों को विभिन्न बीमारियों को निमंत्रण दे रही हैं।
जानकारी के अनुसार पंजाब सहित अमृतसर में शीत लहर चल रही है। अमृतसर में तापमान 5 डिग्री से भी कम दर्ज किया जा चुका है। विभाग द्वारा पहले से 5वीं तक पढ़ते छोटे बच्चों को 21 जनवरी तक छुट्टियां का ऐलान कर दिया गया है, परंतु छठी से 12वीं तक पढ़ने वाले विद्यार्थियों को ठंड में ठिठुरने के लिए स्कूलों में बुलाया जा रहा है। सर्दी की छुट्टियों के बाद आज पहले दिन लगे स्कूलों में विद्यार्थी कांपते हुए स्कूलों में आए व अधिकतर विद्यार्थी खांसी व नाक पहुंचते हुए दिखाई दिए ठंड के कारण अध्यापक वर्ग तो चाय की चुस्कियां भर रहा था, परंतु विद्यार्थी वर्ग कक्षाओं में बैठकर कांप रहा था। आलम यह था कि विद्यार्थी इंतजार कर रहे थे कि कब छुट्टी हो व घर में जाकर गर्म कपड़े अधिक और पहनकर सर्दी से बच सके।
वहीं स्कूलों में तो अध्यापक वर्ग हीटर व आग जलाकर सेंकते हुए दिखाई दिए। विद्यार्थी तो विद्यार्थी होते हैं, चाहे वह छोटे हैं या बड़े, परंतु विभाग की लापरवाही के कारण सर्दी में होने वाली बीमारियों से विद्यार्थी वर्ग जकड़ में आ रहा है। कई विद्यार्थियों ने बताया कि शीत लहर बढ़ रही है। कक्षाओं में ठंड के कारण पढ़ने में भी उनका ध्यान नहीं लग रहा। सारा दिन आज वे कांपते रहे हैं। जब तक शीत लहर कम नहीं होती तब तक सरकार को छुट्टियां आगे बढ़ानी चाहिए।
आम जनजीवन भी शीतलहर के कारण अस्त-व्यस्त
उधर, दूसरी तरफ आम जनजीवन भी शीतलहर के कारण अस्त-व्यस्त दिखाई दिया। बच्चों व बुजुर्गों का ठंड के कारण काफी बुरा हाल दिखाई दिया। लोग आग जलाकर आग सेंकते हुए दिखाई दिए, जबकि सरकारी विभागों में अधिकारी खुद हीटर लगाकर सर्दी का आनंद ले रहे थे। कई दिनों से पर्याप्त सूर्य देवता ने भी अपने दर्शन नहीं दिए हैं, जिस कारण ठंड प्रतिदिन बढ़ रही है। देहाती क्षेत्रों में तो यह आलम रहा की ढूंढ के कारण विजिबिलिटी भी काफी कम दिखाई दी व दुर्घटनाएं भी कई स्थानों पर घटित हुई है। अब देखना होगा कि सरकार विद्यार्थियों को ठंड में कांपते हुए बचाने के लिए कोई प्रयास करती है या ठंड में उन्हें भयंकर बीमारियों की जकड़ में आने देगी। उधर, दूसरी तरफ जिला शिक्षा अधिकारी सुशील कुमार से इस मामले में जब बातचीत करनी चाहिए तो उन्होंने अपना फोन उठाना मुनासिब नहीं समझा।
छुट्टियां खत्म होते ही प्री बोर्ड परीक्षाएं हुई शुरू
शिक्षा विभाग द्वारा सर्दी की विद्यार्थियों को छुट्टियां की गई थीं, परंतु सर्दी पहले से और भयंकर रूप अख्तर कर चुकी है। शीत लहर लगातार जारी है। इस दौरान शिक्षा विभाग द्वारा छठी से 12वीं कक्षा की प्री बोर्ड परीक्षाएं भी शुरू कर दी गई हैं। स्कूलों में प्री बोर्ड परीक्षाएं ली गईं। विद्यार्थी कांपते हुए परीक्षाएं देने के लिए पहुंचे। कई विद्यार्थी तो ऐसे थे, जिन्होंने परीक्षा में कुछ भी नहीं लिखा, क्योंकि उनके हाथ ठंड के कारण सुन्न हो गए तथा वह सर्दी से उनका बुरा हाल था। अध्यापकों का कहना है कि ठंड के कारण विद्यार्थी बीमार हो रहे हैं व कहीं विद्यार्थी तो परीक्षा देने भी नहीं आए हैं। विभाग को सर्दी के मध्य नजर बच्चों की भलाई के लिए ठोस प्रयास करते हुए छुट्टियां आगे बढ़ानी चाहिए।
खांसी जुकाम बुखार से पीड़ित हो रहे हैं बच्चे
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के टी.बी. कंट्रोल प्रोग्राम के नोडल अधिकारी डा. नरेश चावला ने बताया कि शीत लहर का असर बच्चों व बुजुर्गों पर अधिक पड़ रहा है। खांसी जुकाम बुखार से पीड़ित अधिक बच्चे तथा बुजुर्ग जकड़ में आ रहे हैं। यहां तक की निमोनिया भी बच्चों व बुजुर्गों में पाया जा रहा है। बच्चों व बुजुर्गों को ठंड में बाहर नहीं निकलना चाहिए तथा अपनी छाती को अधिक से अधिक गर्म रखने चाहिए। कोई भी खांसी जुकाम बुखार का लक्षण पाए जाने पर तुरंत डाक्टर से संपर्क करना चाहिए, न कि अपने स्तर पर कोई दवा लेनी चाहिए।
अभी कुछ और दिन शीत लहर का रहेगा आलम
मौसम विभाग के अनुसार अमृतसर सहित अन्य जिलों में शीत लहर का आलम जारी है तथा कुछ दिन और यह शीत लहर जारी रहेगी। पिछले समय के मुकाबले इस बार अधिक सर्दी पड़ी है व तापमान काफी नीचे गिरा है। पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फ अधिक पड़ने के कारण मैदानी क्षेत्रों में ठंड का अधिक असर दिखाई दिया है। इस बार अमृतसर सहित अन्य जिलों में ठंड काफी लेट शुरू हुई है। लोग ठंड से कांप रहे हैं तथा सूर्य भगवान के आगे प्रार्थना कर रहे हैं कि वह जाकर उन्हें दर्शन दे तथा मौसम में बदलाव हो। मौसम विभाग के अनुसार लोगों को स्वास्थ्य विभाग की गाइडलाइंस की पालना करनी चाहिए।
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