Edited By Vatika,Updated: 31 Oct, 2018 10:29 AM
अमरीका में सिख भाईचारे की पुरजोर मांग पर दिल्ली स्थित अमरीकी एम्बैसी में वीजा प्रति इंटरव्यू देने पहुंचे विधायक सिमरजीत सिंह बैंस ने इंटरव्यू दौरान सिखों की परम्परा अमृतपान की गुरु गोबिन्द सिंह महाराज की तरफ से विरासत में बख्शी गई श्री साहिब को...
लुधियाना(कंवलजीत): अमरीका में सिख भाईचारे की पुरजोर मांग पर दिल्ली स्थित अमरीकी एम्बैसी में वीजा प्रति इंटरव्यू देने पहुंचे विधायक सिमरजीत सिंह बैंस ने इंटरव्यू दौरान सिखों की परम्परा अमृतपान की गुरु गोबिन्द सिंह महाराज की तरफ से विरासत में बख्शी गई श्री साहिब को एम्बैसी इंटरव्यू जाते समय श्री साहिब को बाहर उतारने पर रोष प्रकट किया।
बैंस ने कहा कि अमरीका एम्बैसी में अमृतधारी सिखों का अपमान हो रहा है जिसको कभी भी बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। उन्होंने बताया कि वह आज दिल्ली में अपने साथी जसविंद्र सिंह खालसा के साथ अमरीका एम्बैसी में वीजा लेने के लिए आए हैं। अंदर जाने से पहले बाहर सिक्योरिटी गार्ड की तरफ से उनके साथी जसविन्द्र सिंह खालसा को श्री साहिब बाहर उतार कर जाने को कहा गया जिस पर उन्होंने एतराज जताया। उन्होंने कहा कि यह देन धन श्री गुरु गोबिन्द सिंह महाराज की तरफ से खालसे को दी गई है। कोई भी अमृतधारी सिख श्री साहिब को अपने शरीर से नहीं अलग कर सकता। हमें ऐसे अमरीका के वीजे की जरूरत नहीं है जहां सिख पंथ का अपमान होता हो।
बैंस ने बताया कि उन्होंने खुद अंदर जाकर करीब 15 मिनट वीजा अफसर के साथ बातचीत की कि अमृतधारी सिख को गुरु गोबिन्द सिंह महाराज की तरफ से अपने शरीर से श्री साहिब अलग करने की मंजूरी नहीं है। एम्बैसी में बैठे वीजा अफसर ने कहा कि यह उनके रूल रैगुलेशन हैं। बैंस ने बताया कि अपने गुरु साहिब से ऊपर अमरीका का वीजा नहीं है और यह मुद्दा विधानसभा में उठाया जाएगा। बाकी देशों में अमृतधारी सिख को शरीर से श्री साहिब और कृपान उतारने की पाबंदी नहीं है। यह धक्केशाही सिर्फ अमरीकी एम्बैसी में ही की जा रही है जिसको रोकने के लिए समस्त पंजाब वासियों को जागरूक किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सिखों के हो रहे अपमान के विरोध में वह कानूनी लड़ाई लडेंग़े।