Edited By Sunita sarangal,Updated: 16 Sep, 2025 05:59 PM

बच्चों के माता-पिता ने आरोप लगाया कि इस संबंधी स्कूल के प्रिंसीपल को पहले भी सूचित किया गया था.....
निहाल सिंह वाला/बिलासपुर: आज उस समय बड़ा हादसा होने से टल गया, जब गांव बिलासपुर से एक प्राइवेट स्कूल के लिए बच्चों को ले जा रही बस का ड्राइवर शराबी हालत में पकडक़र लोगों ने बस तथा ड्राइवर को पुलिस चौकी बिलासपुर के हवाले कर दिया।
जानकारी के अनुसार ड्राइवर शराब में इन टुन्न था कि उससे बस संभाली भी नहीं जा रही थी। इस कारण स्कूली बस का बैलेंस बुरी तरह से बिगड़ रहा था, जिसकी भनक लोगों को पड़ने पर लोगों ने उक्त बस को रोककर उसके ड्राइवर के साथ बातचीत की। इस पर लोगों को पता चला कि स्कूल की बस का ड्राइवर शराब में पूरा टल्ली है तथा उससे बस चलाई नहीं जा रही थी। इसके बाद लोगों ने बस ड्राइवर को पुलिस चौकी ले जाकर पुलिस के हवाले कर दिया।
बच्चों के माता-पिता ने पुलिस को दिए लिखित शिकायत पत्र में बताया कि उनके बच्चे बाबा बिधावा सिंह विद्या केन्द्र लक्खा जिला लुधियाना में पढ़ते हैं। जिस बस में रोजाना की तरह बच्चे स्कूल जाते हैं, उस बस का ड्राइवर गुरप्रीत सिंह निवासी चकर जिला लुधियाना का निवासी है, जो कि आज शराब से पूरा टल्ली था। उक्त ड्राइवर ने उनके गांव के सारे बच्चों को बस में बैठा लिया तथा रास्ते में जाते हुए उक्त व्यक्ति को शराब का पूरा नशा हो गया। इसके चलते बस का बैलेंस बिगड़ने लगा तथा बस के ड्राइवर को समूह नगरवासियों ने रोक कर पुलिस के हवाले कर दिया।
बच्चों के माता-पिता ने आरोप लगाया कि इस संबंधी स्कूल के प्रिंसीपल को पहले भी सूचित किया गया था कि बस का ड्राइवर शराब पीता है तथा लापरवाही से बस चलाता है जिसके चलते किसी समय बड़ी घटना हो सकती है, लेकिन स्कूल के प्रबंधकों ने उनकी शिकायत की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया। उन्होंने मांग की कि इस मामले की उच्च स्तरीय जांच करवाकर स्कूल प्रबंधकों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाए।
यहां यह भी जिक्रयोग्य है कि इससे कुछ समय पहले भी गांव बिलासपुर में रामा रोड पर एक निहाल सिंह वाला के स्कूल की बस का एक्सीडेंट हो चुका है। उक्त स्कूल का ड्राइवर भी शराब में टल्ली था तथा उसने स्कूल की बस पलटा दी थी, जिस कारण दर्जनों के करीब बच्चे गंभीर रूप में घायल हो गए थे। उस समय भी माता-पिता ने स्कूल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए थे कि स्कूल प्रबंधकों को इस शराबी ड्राइवर बारे कई बार बताया गया था, लेकिन उन्होंने इस तरफ कोई ध्यान नहीं दिया था, लेकिन इस घटना से भी प्रशासन ने कोई सबक नहीं सीखा तथा आज भी अनेकों स्कूलों की बसें शर्तें न पूरी करती हुई धड़ल्ले से बच्चों की ढोआ-ढुआई कर रही हैं।
इस संबंधी पुलिस चौकी बिलासपुर के इंचार्ज प्रीतम सिंह से बातचीत करने पर उन्होंने माना कि शराबी ड्राइवर तथा स्कूल की बस उनके कब्जे में है। उन्होंने कहा कि इस मामले संबंधी स्कूल प्रबंधकों तथा माता-पिता के बीच समझौता हो चुका है, जिस समझौते अधीन स्कूल प्रबंधकों ने शराबी ड्राइवर को हटाकर और ड्राइवर रखने का भरोसा दिया है, जिस कारण यह मामला खत्म हो गया है।
अब सवाल यह पैदा होता है कि यदि माता-पिता तथा स्कूल प्रबंधकों के बीच समझौता हो भी चुका है, तो पुलिस प्रशासन ऐसे लापरवाही वाले मामले पर आंखें बंद करके सब कुछ देखता रहेगा तथा बड़े हादसे को होने की प्रतीक्षा करता रहेगा?
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