Edited By Vatika,Updated: 21 Jun, 2022 12:56 PM
संगरूर लोकसभा सीट पर होने वाले उप चुनाव के दौरान सभी पार्टियों द्वारा ताकत लगाने के बाद जीत का दावा
लुधियाना(हितेश): संगरूर लोकसभा सीट पर होने वाले उप चुनाव के दौरान सभी पार्टियों द्वारा ताकत लगाने के बाद जीत का दावा किया जा रहा है लेकिन ग्राउंड रिपोर्ट के मुताबिक कॉंग्रेस व अकाली दल के वोट बंटने से आम आदमी पार्टी को फायदा हो सकता है
यहां बताना उचित होगा कि सबसे ज्यादा नुकसान अकाली दल को होने की संभावना है जिसके पारंपारिक वोट बैंक का कुछ हिस्सा पहले ही आम आदमी पार्टी की तरफ ट्रांसफ़र हो चूका है अब अकाली दल पंथक मुद्दे पर वोट मांग रहा है तो उससे जुड़ा गेर पंथक वोट बैंक कॉंग्रेस व आम आदमी पार्टी के अलावा भाजपा को ट्रांसफ़र हो सकता है। इसी तरह गठबंधन के दौरान भाजपा का जो वोट बैंक पहले अकाली दल को मिलता था। वो अब अपना उम्मीदवार खड़ा करने की वजह से भाजपा के पास वापिस आ जाएगा जिनको सुखदेव ढींडसा के पंथक संगठन व कैप्टन अमरिंदर सिंह की पार्टी द्वारा भी समर्थन किया जा रहा है।
इसके अलावा अकाली दल द्वारा राजोआना की बहन को उम्मीदवार बना कर बंदी सिंहों की रिहाई का जो मुद्दा उठाया गया है उसी मुद्दे पर सिमरनजीत मान चुनाव लड़ रहे हैं और उन्हें कई बंदी सिंहों दुआरा समर्थन किया गया है जिससे अकाली दल का वोट बैंक टूटना तय माना जा रहा है। उधर, विधानसभा चुनाव के दौरान से कॉंग्रेस का वोट बैंक भी आम आदमी पार्टी के अलावा भाजपा को ट्रांसफ़र हो रहा है । अब अगर कांग्रेस को आम आदमी पार्टी के विरोध का फायदा मिलने की उम्मीद थी तो उसके कई हल्का इंचार्ज पार्टी छोडकर जा चुके हैं और कई फील्ड में पूरी तरह सक्रिय नहीं है। जिसका फायदा आम आदमी पार्टी को मिल सकता है क्योंकि संगरूर के लोगों ने भगवंत मान को दो बार एम पी बनाया है और लोकसभा सीट के अधीन आते सारे 9 विधानसभा एरिया पर आप के उम्मीदवारों को हाल ही में जीत दिलाई है