Edited By Kalash,Updated: 30 Jul, 2025 12:23 PM

लोगों का आना-जाना पूरी तरह से बंद हो गया है।
दीनानगर (हरजिंदर सिंह गोराया): पिछले दिनों से लगातार पहाड़ी इलाकों में हो रही बारिश के कारण सीमावर्ती जिला गुरदासपुर के अंतर्गत विधानसभा हलका दीनानगर के मकौड़ा पत्तन पर अचानक पानी का स्तर बढ़ने के कारण रावी नदी के दूसरी ओर बसे आधा दर्जन गांवों तुरबानी, चेबे, भरियाल, लसियाण, मम्मी चकरंजा आदि गांवों का संपर्क पूरी तरह से टूट गया है। जलस्तर इतना बढ़ गया है कि आने-जाने की सुविधा के लिए विभाग द्वारा चलाई जा रही नाव को भी आज बंद करना पड़ा है। पानी का बहाव तेज होने के कारण नाव चलाना असंभव है, जिससे नाव पूरी तरह से बंद हो गई है और दूसरी ओर रहने वाले लोगों का आना-जाना पूरी तरह से बंद हो गया है।
जलस्तर बढ़ने के कारण आज दूसरी ओर के भरियाल, तूर के स्कूलों में अध्यापक नहीं पहुंच सके जिस कारण बच्चों को स्कूल से वापिस घर जाने के लिए मजबूर होना पड़ा। इस मौके पर रावी दरिया के उस पार के गांवों के कुछ लोगों से पंजाब केसरी की टीम ने फोन पर बात की और हालात जाने। लोगों ने बताया कि उन्हें जरूरी काम थे पर पानी का स्तर बढ़ने के कारण नाव बंद हो गई है, जिससे उनका दरिया के उस पार आना नामुमकिन हो गया है।
उन्होंने कहा कि विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता चुनावों के दौरान उन्हें सिर्फ पक्का पुल बनाने का वादा करते हैं, लेकिन फिर कोई उनकी सुध नहीं लेता। उनके बच्चे जो उच्च शिक्षा या कोई कोर्स करने के लिए रावी नदी के उस पार दीनानगर, गुरदासपुर, बहरामपुर झबकरा आदि इलाकों में आते थे, उनका भी आना-जाना बंद हो गया है, जिसके कारण वे भी घर बैठने को मजबूर हो गए हैं। इसके अलावा जो लोग उस पार दूध का कारोबार करते थे, उनका दूध भी आज खराब हो रहा है और हजारों रुपए का नुकसान हुआ है। विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता केवल झूठे वादे करके वोट ले रहे हैं, लेकिन कोई भी उनकी सुध नहीं ले रहा है।
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