Edited By Kalash,Updated: 05 Jan, 2025 11:46 AM
उत्तर भारत में नए साल की शुरुआत होते ही जनवरी के पहले हफ्ते में जहां ऊंचाई वाले इलाकों में भारी बर्फबारी दर्ज की गई है
पटियाला : उत्तर भारत में नए साल की शुरुआत होते ही जनवरी के पहले हफ्ते में जहां ऊंचाई वाले इलाकों में भारी बर्फबारी दर्ज की गई है, वहीं मैदानी इलाकों में बारिश के कारण तापमान में भी गिरावट आई है। पिछले दो दिनों से पड़ रहे कोहरे के कारण लोगों को पिछले 2 दिनों से सूर्य देव के दर्शन नहीं हो सके हैं पर मौसम विभाग के अनुसार अगले 2 दिनों में भी मौसम इसी तरह बना रहने की संभावना जताई जा रही है।
कोरहा दिन और रात के समय इस तरह पड़ रहा है जैसे हल्की बारिश हो रही हो। इस कारण पारा लुढक कर 7 डिग्री पर पहुंच चुका है जो रात के समय ओर नीचे चला जाता है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार आने वाले दिनों में ठंड ओर बढ़ने के आसार दिखाई दे रहे हैं।
घनी धुंध के कारण विजीबिलटी कम होने से सड़कों पर आने-जाने वाले लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं ठंड के कारण इमारत निर्माण आदि अन्य कार्यों को ब्रेक लगने गई है जिससे मजदूर वर्ग का भारी नुक्सान हो रहा है। लिहाज़ा आई.एम.डी. ने ताजा पश्चिमी गड़बड़ के प्रभाव कारण आने वाले दिनों में तापमान में मामूली वृद्धि की भविष्यवणी की है। मौसम विभाग द्वारा अगले 2 दिनों के लिए यैले अलर्ट जारी किया गया है।
दूसरी तरफ पंजाब और हरियाणा में कड़ाके की ठंड की लपेट में रहने की संभावनाओं से इंकार नहीं किया जा सकता। इन दोनों राज्यों में अधिकतम तापमान सामान्य से काफी नीचे है। लगातार पिछले तीन दिनों से पड़ रहे कोहरे के कारण विजिबिलिटी दिन-ब-दिन कम होती जा रही है। पंजाब में भी शीतलहर ने लोगों को जकड़ लिया है।
गेहूं की फसल के लिए मौसम लाभदायक
ऐसा मौसम गेहूं की फसल के लिए और लाभदायक है जब ठंड के मौसम में जब हल्की बारिश हो जाती है तो उसका प्रभाव गेहूं की फसल पर जरूर होता है। किसानी माहिरों के बारिश गेहूं की फसल के लिए और ज्यादा लाभदायक हैं। बारिश का पानी गेहू की फसल को देसी घी की तरह लगता है जिसके साथ किसान भी बागोबाग हैं।
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