Edited By Subhash Kapoor,Updated: 16 Aug, 2025 12:25 AM

भारतीय वायुसेना के जांबाज कैप्टन रंजीत सिंह सिद्धू एक बार फिर सुर्खियों में हैं।
पंजाब डैस्क : भारतीय वायुसेना के जांबाज कैप्टन रंजीत सिंह सिद्धू एक बार फिर सुर्खियों में हैं। बताया जा रहा है कि पाकिस्तान के मुरिदके और बहावलपुर में आतंकी ठिकानों पर सटीक वार करने वाले जाबांज पायलटों में पंजाब के कैप्टन रंजीत सिंह का नाम भी शामिल है। रंजीत सिंह जोकि श्रीमुक्तसर साहिब के रहने वाले हैं ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में अहम भूमिका निभाई और 2021 में फ्रांस से पहली बार राफेल उड़ाकर इतिहास रचा था। जिसके लिए अब भारत सरकार उनके साहस और अदम्य हौसले के लिए उन्हें वीर चक्र से सम्मानित करने जा रही है। उल्लेखनीय है कि आपरेशन सिंदूर में भारतीय वायुसेना का अहम योगदान रहा। इसी शौर्य के लिए रंजीत सिंह सिद्धू को वीर चक्र की घोषणा हुई है। यह सम्मान भारतीय वायुसेना के सर्वोच्च सम्मानों में से एक है।
रंजीत सिद्धू का सफर वीरता और गौरव की मिसाल है। वैसे उनका परिवार मूल रूप से जिला बठिंडा के रायके कलां गांव का रहने वाला है। 2021 में, जब फ्रांस से भारत को पांच राफेल लड़ाकू विमान सौंपे गए, तो पहले जत्थे में शामिल एक राफेल को अंबाला तक उड़ाने का सम्मान भी उन्हें मिला। सिद्धू का साहस न सिर्फ भारतीय वायुसेना के पराक्रम का प्रतीक है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत भी है।