Edited By Kalash,Updated: 13 Jul, 2024 01:53 PM
बीते दिन घरेलू बिजली ठीक करने के दौरान करंट लगने से गांव बलियाल में मारे गए पावरकॉम के सहायक लाइनमैन का शव बठिंडा-चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर रख कर प्रदर्शन कर रही कर्मचारियों व किसान जत्थेबंदियों की मांगें प्रशासन द्वारा शुक्रवार को मान ली गई है।
भवानीगढ़ : बीते दिन घरेलू बिजली ठीक करने के दौरान करंट लगने से गांव बलियाल में मारे गए पावरकॉम के सहायक लाइनमैन का शव बठिंडा-चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर रख कर प्रदर्शन कर रही कर्मचारियों व किसान जत्थेबंदियों की मांगें प्रशासन द्वारा शुक्रवार को मान ली गई है। जत्थेबंदियों ने मांगे मानें जाने के बाद पक्के तौर पर लगाया मोर्चा खत्म कर दिया है। इससे पहले मांगों संबंधी वीरवार देर रात तक संघर्ष कर रही जत्थेबंदियों के नेता और डिप्टी कमिश्नर संगरूर और पावरकॉम के उच्च अधिकरियों के बीच हुई पैनल मीटिंग के दौरान प्रशासन ने परिवार को इंसाफ देने का भरोला दिलवाया था और भरोसे के बाद प्रशासन के कहने पर प्रदर्शनकारियों ने जाम हाईवे को एक ओर की आवाजाई और लगभग पूरे शहर की बंद बिजली सप्लाई को बहाल कर दिया है।
शुक्रवार सुबह धरने के दौरान पावरकॉम कर्मचारी ज्वाइंट फोरम के प्रांतीय नेता दविंदर सिंह पसौर, गुरप्रीत सिंह ने बताया कि पावरकॉम द्वारा मृतक लाइनमैन कमलजीत सिंह के परिवार को 10 लाख रुपये, पेंशन और मैंबर को नौकरी दी जाएगी और डिप्टी कमिश्नर संगरुर डॉ. विनीत कुमार की मौजूदगी में सहायता राशि का चेक परिवार को सौंपा गया। वहीं दूसरी ओर भवानीगढ़ पुलिस द्वारा अपने घर का जेनरेटर चलाने वाली महिला को हिरासत में लिया है।
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