Edited By Kalash,Updated: 05 Jul, 2025 02:56 PM

पंजाब स्टेट पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (पावरकॉम) द्वारा समय-समय पर उपभोक्ताओं को भेजे जाने वाले अधिक बिलों के मामलों में ताजा मामला खरड़ में सामने आया है।
खरड़ (रणबीर): पंजाब स्टेट पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (पावरकॉम) द्वारा समय-समय पर उपभोक्ताओं को भेजे जाने वाले अधिक बिलों के मामलों में ताजा मामला खरड़ में सामने आया है। मोहाली निवासी दविंदर गौड़, जिनका शोरूम पिछले कई सालों से बंद पड़ा है। उन्हें पहले 1,28,830 रुपये और फिर 58,630 रुपये का भारी भरकम बिल भेजा गया। इससे वे हैरान और परेशान हो गए। उनके पैरों तले से जमीन खिसक गई। गौड़ ने बताया कि संतेमाजरा स्थित कमर्शियल शोरूम कई सालों से बंद पड़ा है।
आमतौर पर हर 2 महीने में 3 से 4 हजार रुपये का ही बिल आता था, लेकिन हाल ही में आए बिलों ने उनके होश उड़ा दिए। मार्च में दर्ज रीडिंग के आधार पर उपभोक्ता को पहले 1,28,830 रुपये का बिल जारी किया गया। इसकी आखिरी तिथि 18 जून थी। हैरानी की बात यह है कि यह बिल उपभोक्ता तक पहुंचा ही नहीं। इसे सिर्फ ऑनलाइन पोर्टल पर अपलोड किया गया। बिल के बारे में जानकारी न होने के कारण दविंदर समय पर भुगतान नहीं कर सके और जब आखिरी तारीख बीत गई तो यह राशि बढ़कर 1,30,762 रुपये हो गई।
आमतौर पर आता था 3 से 4 हजार रुपए बिल
दविंदर ने बताया कि जब उसने पावरकॉम की वेबसाइट पर भारी भरकम बिल देखा तो वह तुरंत संबंधित कार्यालय पहुंचा। इसी बीच 3 जुलाई को एक और नया बिल जारी हुआ, जिसकी राशि 58 हजार 630 रुपए थी। उसने बताया कि शोरूम 2006 से उसके पिता मोहन सिंह के नाम पर रजिस्टर्ड है और तब से मीटर भी उसके नाम पर है। 2023 में पिता की मौत के बाद वह हर 2 महीने में बिल भरता आ रहा है। उसने जनवरी 2025 में आखिरी भुगतान भी 3450 रुपए किया था, जिसके बाद मई 2025 में उसे 2220 रुपए का बिल मिला। उसने खुद मीटर रीडिंग का वीडियो बनाकर विभाग को दिखाया है। इसमें कुल खपत 3234 यूनिट ही है। इसके विपरीत विभाग ने 3 जुलाई को जारी बिल में 9115 यूनिट की खपत दिखाई है और जिसकी तय राशि 58,630 रुपए है।
मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए
उन्होंने स्पष्ट किया कि उनके पास 2022-2023 के सभी बिलों की रसीदें हैं, फिर भी पावरकॉम का दावा है कि पिछले वर्षों में कोई भुगतान नहीं किया गया। उन्होंने मीटर रीडर की घोर लापरवाही का जिक्र करते हुए पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की। फिलहाल तकनीकी टीम ने जांच के बाद बिल को सही कर दिया है, जो अब ऑनलाइन पोर्टल पर केवल 58,630 रुपये दिखा रहा है, लेकिन उपभोक्ता अभी भी सही और स्पष्ट बिल की मांग पर अड़ा हुआ है। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को लिखित शिकायत देकर मांग की है कि मीटर की जांच और रीडिंग के आधार पर नया और सही बिल जारी किया जाए। अब देखना यह है कि पावरकॉम समय रहते उपभोक्ता की समस्या का समाधान करता है या फिर उपभोक्ता को अपनी जेब से गलती की कीमत चुकानी पड़ेगी।
अपने शहर की खबरें Whatsapp पर पढ़ने के लिए Click Here