Edited By Radhika Salwan,Updated: 17 Jun, 2024 01:09 PM
![power failure of 2 trains including malwa express going to vaishno devi](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2024_5image_10_58_099684489train-ll.jpg)
ट्रेनों की लेटलतीफी से परेशान यात्रियों को बीते दिन 2 अलग-अलग ट्रेनों की बिजली गुल होने से परेशानी का सामना करना पड़ा।
जालंधर- ट्रेनों की लेटलतीफी से परेशान यात्रियों को बीते दिन 2 अलग-अलग ट्रेनों की बिजली गुल होने से परेशानी का सामना करना पड़ा। इसके चलते कई यात्रियों ने बिजली गुल होने के बाद कोई जानकारी नहीं मिल पाने के कारण दूसरे विकल्प से अपने गंतव्य तक पहुंचना ही उचित समझा। यात्री समझ ही नहीं पाए कि क्या हुआ। इसके चलते कई यात्री ट्रेन से उतर भी गये।
इनमें से एक ट्रेन का इंजन टांडा से मुकेरियां-टांडा उड़मुड़ लाइन पर दसूहा के पास फेल हो गया, जबकि दूसरी ट्रेन फगवाड़ा रूट पर पड़ते मौली स्टेशन के पास खड़ी रही। इनमें मुख्य रूप से जम्मूतवी और वैष्णो देवी जाने वाली मालवा एक्सप्रेस ट्रेन शामिल है। सूचना मिलने के बाद संबंधित अधिकारियों द्वारा व्यवस्था बनाने की कोशिश की गई लेकिन बिजली गुल होने के कारण यात्रियों को विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ा और मंजिल तक पहुंचने में देरी हुई।
डॉ. अंबेडकर नगर से माता वैष्णो देवी (कटरा) जाने वाली 12919 मालवा एक्सप्रेस की भीषण गर्मी के बीच दोपहर के समय बिजली गुल हो गई। इसके चलते ट्रेन को फगवाड़ा-गुराया के बीच मौली स्टेशन के पास रोकना पड़ा। ट्रेन तय समय पर इंदौर से रवाना हुई और 4 घंटे की देरी से कटरा पहुंची। रास्ते में ट्रेन रुकने के कारण आसपास जा रहे कई यात्री बीच रास्ते में ही उतर गये। गाड़ी संख्या 12919 का लुधियाना से प्रस्थान का समय 9.50 बजे है, जबकि उक्त गाड़ी लुधियाना स्टेशन से 11 मिनट की देरी से 10.01 मिनट पर जालंधर के लिए रवाना हुई। उम्मीद थी कि सही ढंग से चलने से यात्री समय पर पहुंचेंगे लेकिन ऐसा नहीं हो पाया।
ट्रेन 12919 का जालंधर कैंट स्टेशन पर पहुंचने का समय सुबह 10.33 बजे है, जबकि ट्रेन दोपहर 12.47 बजे स्टेशन पर पहुंची। रास्ते में लंबे समय तक रुकने के कारण उक्त ट्रेन को 2.14 घंटे का अतिरिक्त समय लगा, जिससे यात्रियों को काफी परेशानी हुई। अधिक समय लगने से अनुमान लगाया जा रहा है कि उक्त ट्रेन करीब डेढ़ घंटे तक रास्ते में मौली स्टेशन के पास खड़ी रही होगी। आंकड़ों के मुताबिक, लुधियाना से जालंधर कैंट पहुंचने में 43 मिनट लगते हैं, इसलिए लुधियाना से सुबह 10.01 बजे चलने के बाद इसे 10.45 बजे जालंधर पहुंचना चाहिए था, लेकिन यह 2.14 घंटे देरी से पहुंची। बिजली गुल होने के सही कारणों का पता लगाया जा रहा है।
इसके साथ ही अन्य ट्रेनों के लेट होने से यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। 04681 जम्मूतवी-कोलकाता टर्मिनल अपने निर्धारित समय से 21.16 घंटे देरी से पहुंची। इसी तरह सुबह 7.20 बजे आने वाली आनंद विहार-जम्मूतवी 3.43 घंटे की देरी से 11.03 बजे केंट स्टेशन पहुंची। इसी तरह 19224 जम्मूतवी-गांधी नगर कैपिटल की दसूहा के पास बिजली गुल हो गई। बताया जा रहा है कि इसके कारण उक्त ट्रेन डेढ़ घंटे तक बीच सड़क पर खड़ी रही। मुकेरियां से प्रस्थान के समय उक्त ट्रेन 42 मिनट देरी से चल रही थी और दसूहा पहुंचते-पहुंचते 40 मिनट देरी से चलने की सूचना मिली थी। इसके बाद इस ट्रेन को दसूहा से टांडा पहुंचने में 15 मिनट का समय लगता है, जबकि बिजली गुल होने के कारण 15 मिनट का सफर तय करने में 1.42 घंटे लग गए।