Edited By Radhika Salwan,Updated: 12 Aug, 2024 03:23 PM
एक ओर जहां स्वतंत्रता दिवस नजदीक आते ही सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह से अलर्ट पर हैं और स्वतंत्रता दिवस मनाने की तैयारियां की जा रही हैं।
अमृतसर- एक ओर जहां स्वतंत्रता दिवस नजदीक आते ही सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह से अलर्ट पर हैं और स्वतंत्रता दिवस मनाने की तैयारियां की जा रही हैं, वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियां खलल डालने की कोशिश कर रही हैं। तरनतारन और अमृतसर जिले के सीमावर्ती गांवों में पाकिस्तान की ओर से लगातार ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है और पिछले एक हफ्ते से यह हलचल काफी तेज होती दिख रही है।
रविवार को भी बी.एस.एफ और पुलिस की तरफ से किए गए संयुक्त ऑपरेशन के दौरान सीमावर्ती पुलिस स्टेशन घरिंडा में एक पाकिस्तानी ड्रोन और एक किलो हेरोइन बरामद की गई, जिसमें एक तस्कर को हेरोइन और अफीम की खेप के साथ रंगे हाथों पकड़ा गया है। अमृतसर के सबसे कुख्यात गांवों में से एक, धनोआ कलां, धनोआ खुर्द, रतन खुर्द, मुहावा और अन्य गांवों के पास के फाटकों पर गश्त बढ़ा दी गई है। कल भी धान के खेतों में पानी के बीच हेरोइन का एक पैकेट पकड़ा गया था। माना जा रहा है कि रात के समय हेरोइन लेने आए तस्करों के हाथ से हेरोइन का पैकेट गिर गया। फिलहाल आजादी दिवस के मैनेजर बी.एस.एफ और सेकंड लाइन ऑफ डिफेंस की तरफ से सतर्कता बढ़ा दी गई है।
हाल ही में पठानकोट-जम्मू बॉर्डर इलाके में कुछ संदिग्ध लोग देखे गए हैं, जिनके स्केच भी पुलिस ने जारी किए हैं, लेकिन अभी तक ये संदिग्ध सुरक्षा एजेंसियों के हाथ नहीं आए हैं, जिसके चलते चारो ओर अलर्ट रखा गया है । सरकार के आदेशानुसार अमृतसर समेत राज्य के सभी सीमावर्ती जिलों के गांवों में विलेन डिफेंस कमेटियां बनाई गई हैं और ये कमेटियां रात के समय लगातार निगरानी रख रही हैं, लेकिन इसके बावजूद ड्रोन की आवाजाही जारी है और हेरोइन की बरामदगी जारी है। हाल ही में शहर पुलिस ने भारी मात्रा में ड्रग्स भी बरामद किया है।
मौजूदा हालात में तस्करों ने आतंकियों के साथ मिलकर जम्मू-कश्मीर के रास्ते हेरोइन की तस्करी शुरू कर दी है, हाल ही में जम्मू पुलिस ने पंजाब के रहने वाले एक तस्कर के पास से 33 किलो हेरोइन बरामद की है। पिछले साल भी कश्मीर क्षेत्र में ग्रामीण पुलिस द्वारा हेरोइन जब्त की गई थी, जबकि इससे पहले पंजाब के टेरर फंडिंग और एनआईए की तरफ से नार्को टेरर का भी खुलासा हुआ चुका है।
पंजाब और जम्मू-कश्मीर के रास्तों के साथ-साथ गुजरात और मुंबई के बंदरगाहों का भी इस्तेमाल ड्रग तस्कर तस्करी के लिए कर रहे हैं। गुजरात के बंदरगाह से ही अब तक की सबसे बड़ी 3300 किलोग्राम की खेप जब्त की गई है, जबकि मुंबई के बंदरगाहों से अलग-अलग मामलों में 350 और 300 किलोग्राम हेरोइन जब्त की गई है, जिसमें पंजाब के तस्कर भी शामिल हैं। अमृतसर जिले सहित राज्य की अन्य जेलों में सुरक्षा अभी भी ढीली है और गैंगस्टरों और तस्करों से मोबाइल फोन और अन्य नशीले पदार्थों की बरामदगी जारी है। जेलों के अंदर जो जैमर तकनीक लगाई जानी चाहिए, वह नहीं लगाई जा रही है, जिसके कारण जेलों के अंदर से ही नेटवर्क चल रहा है।