Edited By VANSH Sharma,Updated: 07 Jun, 2025 07:41 PM

अब यह जांच का विषय है कि डीएसपी ने किस मंत्री या अधिकारी के कहने पर चुनावी जंग के बीच आशू को झूठे मामले में तलब कर कटघरे में खड़े करने का प्लान बनाया।
लुधियाना (विक्की) : पंजाब कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष और हल्का वेस्ट से कांग्रेस उम्मीदवार भारत भूषण आशू को गत दिवस विजिलेंस की तरफ से भेजे नोटिस मामले में एस.एस.पी विजिलेंस को सस्पेंड करने के मामले में विधायक राणा गुरजीत सिंह ने कहा कि आशू को नोटिस एस.एस.पी. ने नहीं बल्कि डी.एस.पी. विनोद कुमार ने भेजा था। अब यह जांच का विषय है कि डीएसपी ने किस मंत्री या अधिकारी के कहने पर चुनावी जंग के बीच आशू को झूठे मामले में तलब कर कटघरे में खड़े करने का प्लान बनाया।
राणा ने कहा जिस स्कूल की भूमि घोटाले के आरोपों में आशू को नोटिस भेजा गया उस कमेटी से आशू ने 10 वर्ष पूर्व त्यागपत्र दे दिया था। उन्होंने कहा कि उपचुनाव में हार दिखाई देने से बौखलाई पंजाब सरकार व अप्रत्यक्ष रूप से काबिज आम आदमी पार्टी की दिल्ली लाबी मानसिक संतुलन खो चुकी है। सरकार की बौखलाहट का मुंह बोलता प्रमाण आशू को गत दिवस विजिलेंस की तरफ से भेजे नोटिस मामले में एस.एस.पी विजिलेंस को सस्पेंड करने से मिलता है।
राणा ने कहा कि विजिलेंस के नोटिस का खुलेआम विरोध होने पर सरकार ने एस.एस.पी के सस्पेंड कर लीपापोती करने के प्रयत्न किए। अब चुनाव के बाद पिछले तीन वर्ष में सस्पेंड किए अधिकारियों की तर्ज पर एस.एस.पी जगतप्रीत सिंह को भी बहाल कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा आप सरकार में जागरूकता के साथ सरकार का विरोध करने वाले हर शख्स को झूठे मामले में फंसाने के प्रयास हुए चाहे वह पत्रकार हो या फिर एक्टिविस्ट हो या फिर विपक्ष से जुड़ा राजनीतिज्ञ हो हर किसी को जेल का खौफ दिखाकर सत्ता पक्ष ने जबर जुल्म की हद कर दी। इस अवसर पर सांसद मुहम्मद सद्दीक, पूर्व मंत्री राज कुमार वेरका व पूर्व एम.एल.ए दलविन्द्र गोल्डी सहित अन्य भी उपस्थित रहे।
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