Edited By Urmila,Updated: 26 May, 2025 12:19 PM

जालंधर नगर निगम में ठेकेदारों की मनमानी और अधिकारियों की मिलीभगत से घटिया सड़कें बनाए जाने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा।
जालंधर (खुराना): जालंधर नगर निगम में ठेकेदारों की मनमानी और अधिकारियों की मिलीभगत से घटिया सड़कें बनाए जाने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। आम आदमी पार्टी की सरकार की इन दिनों चल रही सख्ती और नए मेयर के कठोर रवैये के बावजूद ठेकेदार न तो सरकार से डर रहे हैं और न ही मेयर का खौफ दिख रहा। ताजा मामला कपूरथला रोड पर बस्ती बावा खेल पुली से बाबा बुड्डा जी पुली तक नहर किनारे बनी सड़क का है, जहां ठेकेदार ने लुक बजरी की परत बिछाई, लेकिन कुछ ही घंटों में यह सड़क बजरी में तबदील हो गई।
स्थानीय लोगों में इस घटिया निर्माण को लेकर रोष है। चर्चा है कि सड़क निर्माण में या तो घटिया क्वालिटी वाला मटेरियल इस्तेमाल हुआ या तापमान में गड़बड़ी थी या फिर वर्कमैनशिप में कमी रही। लाखों रुपए खर्च कर बनाई गई इस सड़क को अब नगर निगम अधिकारी दोबारा ठीक करवाएंगे, लेकिन यह कितने दिन टिकेगी, यह सवाल बना हुआ है।
ज्यादातर अधिकारी मौके पर मौजूद नहीं रहते , लेबर ही बना जाती है सड़क
सड़क निर्माण के लिए टेंडर प्रक्रिया, फाइनांस कमेटी से मंजूरी और ठेकेदारों को भुगतान जैसे कार्यों में नगर निगम के अधिकारी एक्टिव रहते हैं, लेकिन जब सड़क निर्माण का काम चल रहा होता है, तब अक्सर मौके पर कोई अधिकारी मौजूद नहीं होता। नहर किनारे बनी इस सड़क के निर्माण के दौरान भी कोई अधिकारी मौके पर नहीं था। ठेकेदार की लेबर ने मनमर्जी से काम किया, जिसके चलते सड़क की क्वालिटी बेहद खराब रही। यही कारण है कि जालंधर में बनने वाली लुक बजरी की सड़कें कुछ ही महीनों में खराब हो जाती हैं।
नए मेयर द्वारा अधिकारियों को फील्ड में उतारने और भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के दावों के बावजूद ठेकेदारों की मनमानी जारी है। शहरवासियों का कहना है कि जब तक अधिकारियों की जवाबदेही तय नहीं होगी, तब तक ऐसी घटिया सड़कों का निर्माण होता रहेगा।
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