Edited By Vatika,Updated: 10 Apr, 2021 09:45 AM
पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने एक बार फिर कृषि मुद्दे पर केंद्र सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद की है।
चंडीगढ़(अश्वनी): पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने एक बार फिर कृषि मुद्दे पर केंद्र सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद की है। सिद्धू ने सोशल मीडिया पर उर्वरकों, बी.टी. कपास बीज की बढ़ती कीमतों को लेकर केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया।
उन्होंने कहा कि पहले डीजल को डीरैगुलेट करना और अब उर्वरकों व बीजों की कीमतों में वृद्धि केंद्र सरकार के उस नापाक डिजाइन का हिस्सा है, जिसके जरिए किसानों की आजीविका को नष्ट करने की लगातार कोशिश की जा रही है। दूसरी तरफ किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य से वंचित कर कॉर्पाेरेट्स को लाभ पहुंचाया जा रहा है।किसानों के खाते में सीधे फसल की रकम अदायगी पर भी सिद्धू ने तीखी प्रतिक्रिया दी। सोशल मीडिया पर सिद्धू ने कहा कि किसानों को सीधे भुगतान के कार्यान्वयन को लेकर केंद्र का असामयिक और अडिग दृष्टिकोण है।
केंद्र सरकार पंजाब में दशकों से संगठित रूप में विकसित कृषि संबंधी लचीले सामाजिक-आर्थिक ताने-बाने को नष्ट करने के लिए हरसंभव चाल का उपयोग कर रही है। इसी कड़ी में सहकारिता मंत्री सुखजिंद्र सिंह रंधावा ने एन.डी.ए. सरकार की तरफ से डी.ए.पी. में 2400 रुपए प्रति किं्वटल से बढ़ाकर 3800 रुपए प्रति क्विंटल करने के लिए सख्त आलोचना की। रंधावा ने केंद्र को कहा कि इस किसान विरोधी फैसले को तुरंत वापस ले नहीं तो इसका खमियाजा पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में भाजपा को भुगतना पड़ेगा।