लोकसभा चुनाव : इस वजह से बनाया गया राजा वड़िंग को उम्मीदवार

Edited By Kalash,Updated: 30 Apr, 2024 11:24 AM

lok sabha elections

लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस द्वारा लुधियाना सीट के लिए कई पूर्व मंत्रियों सहित दूसरी पार्टियों के बड़े नेताओं की दावेदारी को नजरअंदाज करते हुए आखिर पंजाब प्रधान राजा वड़िंग को उम्मीदवार घोषित कर दिया गया है।

लुधियाना (हितेश): लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस द्वारा लुधियाना सीट के लिए कई पूर्व मंत्रियों सहित दूसरी पार्टियों के बड़े नेताओं की दावेदारी को नजरअंदाज करते हुए आखिर पंजाब प्रधान राजा वड़िंग को उम्मीदवार घोषित कर दिया गया है। इसे लेकर कई तरह की अटकलें लगाई गई है कि कांग्रेस द्वारा यह फैसला किन पहलुओं को ध्यान में रखकर किया गया है। 

इनमें मुख्य रूप से लोकल कांग्रेसी नेताओं की आपसी गुटबाजी को वजह माना जा रहा है। क्योंकि पूर्व विधायक या हल्का इंचार्ज पहले बाहरी पार्टी के उम्मीदवार और फिर एक-दूसरे का विरोध कर रहे थे, लेकिन जालंधर में टिकट वितरण से नाराज होकर दो पूर्व सांसदों द्वारा पार्टी छोड़ने के बाद कांग्रेस कहीं और इस तरह का जोखिम उठाने की स्थिति में नहीं है। इसके अलावा भाजपा में शामिल हुए तीन बार के एम.पी. रवनीत बिट्टू के मुकाबले के लिए कांग्रेस पहले ही दिन से लुधियाना में किसी बड़े चेहरे को मैदान में उतारने पर फोकस कर रही थी।

मिली जानकारी के मुताबिक बाकी सभी नामों पर चर्चा करने के बाद खुद सोनिया और राहुल गांधी द्वारा लुधियाना के लिए राजा वड़िंग की सिलेक्शन की गई है। हालांकि राजा वड़िंग इसके लिए सहमत नहीं थे, लेकिन सूत्रों के मुताबिक खुद राहुल गांधी द्वारा उन्हें बुलाकर यह कहकर चुनाव लड़ने की हिदायत दी गई है कि बिट्टू को सबक सिखाना है।

इसके संकेत राजा वड़िंग द्वारा टिकट की घोषणा के बाद सोशल मीडिया पर शेयर की गई पोस्ट में बिटटू का नाम लिए बिना यह लिखकर दिए हैं कि जिस व्यक्ति को पार्टी ने इतना समर्थन दिया, उसने दुश्मनों से हाथ मिला लिया। इस कारण उन्होंने लुधियाना के चुनाव को धोखेबाजों के खिलाफ जंग बताया है।

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प्रताप बाजवा द्वारा दी गई है सियासत छोड़ने की चुनौती

लुधियाना के लोकसभा चुनाव से जुड़ा एक पहलू यह भी है कि कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष प्रताप बाजवा द्वारा भाजपा के उम्मीदवार बिट्टू के जीतने पर सियासत छोड़ने की चुनौती दी गई है। इस मुद्दे पर वह पिछले दिनों लुधियाना के पूर्व विधायकों व अन्य कांग्रेस नेताओं के साथ चर्चा करके गए थे और बाजवा द्वारा ही लुधियाना से उम्मीदवार बनाने के लिए पार्टी के सामने एक के एक बाद करके बड़े चेहरों के नाम की सिफारिश करने की बात सामने आई है। इसके लिए पंजाब कांग्रेस के इंचार्ज देवेंद्र यादव द्वारा स्क्रीनिंग व इलेक्शन कमेटी की बैठक के दौरान बाजवा के प्रस्ताव की मदद करने की बात भी सुनने को मिल रही है।

बठिंडा की बजाय लुधियाना में सुनाई देगी अमृता वड़िंग की गूंज

राजा वडिंग पहले बठिंडा से लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं और इस बार उन्होंने अपनी पत्नी अमृता वडिंग को आगे किया था, जो काफी देर से बठिंडा में सक्रिय रूप से काम कर रही थी और उनकी छवि अपनी बेबाक स्पीच के लिए जानी जाती है। हालांकि अमृता वड़िंग को बठिंडा से टिकट नहीं मिली, लेकिन उनके पति राजा वडिंग को लुधियाना से कांग्रेस ने उम्मीदवार बना दिया है। जहां आने वाले दिनों के दौरान चुनाव प्रचार अभियान में अमृता वड़िंग की गूंज सुनाई देगी। इससे पहले आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार अशोक पराशर व अकाली दल के रंजीत ढिल्लों की पत्नी तो रूटीन में ही सियासी या धार्मिक गतिविधियों के दौरान शामिल होती हैं, लेकिन बिट्टू की पत्नी को चुनाव के दौरान ही वोट मांगने के लिए भेजा जाता है।

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