आधुनिक तकनीक से और भी सफल होगी knee Replacement, पढ़ें पूरी खबर

Edited By Vatika,Updated: 15 Mar, 2023 03:00 PM

knee replacement will be more successful with modern technology

पीडि़त लोगों के लिए रोबोटिक नी रिप्लेसमैंट सर्जरी एक वरदान बन चुकी है।

लुधियाना(विक्की): विज्ञान की दुनिया में आए दिन नई से नई खोज सामने आ रही है। आर्थोपेडिक्स के क्षेत्र में रोबोट सर्जरी भी एक नई इनोवेशन है। ऐसा भी कह सकते हैं कि घुटने की समस्याओं से पीडि़त लोगों के लिए रोबोटिक नी रिप्लेसमैंट सर्जरी एक वरदान बन चुकी है।

लुधियाना के प्रतिष्टित आर्थोपैडिक सर्जन एवं ईवा अस्पताल के संचालक डा. तनवीर भूटानी नार्थ इंडिया में एकमात्र ऐसे सर्जन बन गए हैं जो जॉनसन एंड जॉनसन की घुटने की रिप्लेसमैंट सर्जरी की पूर्ण एक्टिव रोबोटिक तकनीक शहर में लाए हैं। पंजाब केसरी से विशेष बातचीत के दोरान डा.भूटानी ने उक्त दावा करते हुए बताया कि यह ऐसी लेटेस्ट तकनीक है जो कि 3 डी प्लानिंग,कमियों की सटीक जांच एवम गंभीर बीमारियों की पहचान में भी सक्षम रिजल्ट देने में सहायक है।डा.भुटानी ने बताया कि यह इस तरह का रोबोट है जिससे सर्जन पहले से बेहतर सर्जरी कर सकते हैं। इस लेटेस्ट तकनीक से मरीज को जहां लाईफ रिस्क न के बराबर होगा वहीं मरीज के खून की भी बचत होगी क्योंकि मरीज की हडडी की स्थिति के बारे में सर्जन को पहले ही पूरी जानकारी मिल जाती है। उन्होने बताया कि ईवा अस्पताल में इस तकनीक से होने वाली सर्जरी के कुछ ही घंटों बाद मरीज को अस्पताल से डिस्चार्ज भी किया जा सकता है। हालांकि इससे पहले सर्जन ही मरीज की हालत और मैडीकल हिस्ट्री देखकर तय करता है कि रोबोटिक नी रिप्लेसमैंट मरीज के लिए उपयुक्त है या नहीं।

सजर्न के लिए ए गाईड के रूप में काम करती है रोबोट तकनीक
डा.भूटानी ने बताया कि इस तकनीक में रोबोट हरेक घुटने की स्कैनिंग करने के बाद नी का माडल बनाता है। रोबोटिक प्लान के बाद सर्जन और रोबोट सर्जरी को सफल बनाते हैं। उन्होने बताया कि यह जानसन एंड जानसन का उतर भारत में यह पहला रोबोट है जिसमें विश्व भर में घुटने के इंपलाट में सबसे प्रसिद्ध एटयून इप्लांट का  इस्तेमाल इस रोबोट के द्वारा किया जाता है। डा.भुटानी बताते हैं कि रोबोटिक-असिस्टेड नी रिप्लेसमेंट सर्जरी अकेले रोबोट के जरिए नहीं की जाती बल्कि यह एक गाइड के रूप में काम करती है। सर्जन को पहले से निर्धारित योजना का पालन करने में मदद करता है। जैसे कि पारंपरिक सर्जरी के दौरान ऑर्थोपेडिक सर्जन नियंत्रण में होता है। हालांकि नई तकनीक में वे रोबोट को एक अतिरिक्त सर्जिकल उपकरण के रूप में उपयोग करते हैं। सर्वोत्तम संभव परिणाम देने में मदद करने के लिए रोबोट आपकी सर्जरी के सभी चरणों के दौरान आपके सर्जन के कौशल को बढ़ाता है।

क्या है ग्रेडियस कर्व तकनीक
जॉनसन एंड जॉनसन के प्रत्यारोपण में “ग्रेडियस कर्व” जैसी मालिकाना तकनीक हैं, जो घुटने के जोड़ की प्राकृतिक गति का अनुकरण और प्रतिकृति करती हैं। रोबोटिक टेक्नीक की मदद से नी रिप्लेसमेंट के बाद मरीज बिना किसी दर्द और परेशानी के पालथी मारकर भी बैठ सकता है।

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