Edited By Vatika,Updated: 01 Oct, 2019 09:54 AM
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि सिख धर्म के संस्थापक श्री गुरु नानक देव के जीवन से जुड़े गुरुद्वारों ननकाना साहिब और करतारपुर साहिब को भारत विभाजन के समय भारत में शामिल किया जाना चाहिए था।
नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि सिख धर्म के संस्थापक श्री गुरु नानक देव के जीवन से जुड़े गुरुद्वारों ननकाना साहिब और करतारपुर साहिब को भारत विभाजन के समय भारत में शामिल किया जाना चाहिए था।
भाजपा में बड़ा सिख चेहरा माने जाने वाले पुरी ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच 1947 में जब सीमा रेखा तय हुई तो उस समय जो भी इस प्रक्रिया में शामिल थे उन्हें अपने दिमाग का इस्तेमाल करते हुए यह सुनिश्चित करना चाहिए था कि श्री गुरु नानक देव से जुड़े सभी गुरुद्वारे भारत में ही रहें।
केंद्रीय मंत्री का यह बयान ठीक उस दिन आया है जब पाकिस्तान ने कहा है कि वह पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को करतारपुर गलियारे के उद्घाटन के लिए आमंत्रित करेगा। श्री गुरु नानक देव पर एक किताब के विमोचन के दौरान पुरी ने कहा कि वह यह बयान कुछ हासिल करने के लिए नहीं बल्कि पीड़ा के साथ दे रहे हैं।