Edited By Kalash,Updated: 19 Jan, 2025 12:56 PM
खनौरी बॉर्डर पर एम.एस.पी. सहित 12 मांगों को मनवाने के लिए संयुक्त किसान मोर्चा गैर राजनीतिक और किसान मजदूर मोर्चा की तरफ से मरणव्रत पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की हालत बेहद नाजुक बनी हुई है।
पंजाब डेस्क : खनौरी बॉर्डर पर एम.एस.पी. सहित 12 मांगों को मनवाने के लिए संयुक्त किसान मोर्चा गैर राजनीतिक और किसान मजदूर मोर्चा की तरफ से मरणव्रत पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की हालत बेहद नाजुक बनी हुई है। डल्लेवाल की नाजुक हालत की रिपोर्ट केंद्र तक पहुंच चुकी है, जिसके चलते शनिवार को एग्रीकल्चर मिनिस्टरी ऑफ इंडिया के संयुक्त सचिव प्रिया रंजन आई.एफ.एस. अपनी टीम के साथ डल्लेवाल को मनाने पहुंचे। उनके साथ पटियाला के सीनियर पुलिस अफसर और प्रशासनिक अधिकारी भी थे।
डल्लेवाल के साथ मुलाकात करने के बाद प्रिया रंजन ने उन्हें मैडीकल ट्रीटमेंट लेने के लिए कहा और साथ ही किसानों को केंद्र की तरफ से 14 फरवरी को मीटिंग का निमंत्रण दिया। केंद्रीय सचिव व किसानों की अपील के बाद जगजीत सिंह डल्लेवाल मैडीकल ट्रीटमेंट लेने के लिए राजी हो गए हैं और देर रात उन्हें मैडीकल सहायता देनी शुरू कर दी गई और उन्हें ड्रिप लगा दिया गया है।
इसके अलावा मरणव्रत पर बैठे 121 किसानों का मरणव्रत खत्म करने के लिए 19 जनवरी को सुबह 10 बजे मीटिंग रखी गई है। इस मौके पर ए.डी.जी.पी. इंटेलीजेंस जसकरण सिंह, डी. आई.जी. पटियाला रेंज मनदीप सिंह सिद्धू, नरिंद्र भार्गव, एस.एस.पी. डा. नानक सिंह और अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
गौरतलब है कि केंद्रीय मंत्रालय से मुलाकात के बाद किसान नेताओं ने डल्लेवाल से अपील की थी कि वह अपने स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए मैडीकल ट्रीटमेंट लें। उन्होंने आगे कहा कि अगर डल्लेवाल ने यह अपील स्वीकार नहीं की तो सभी किसान रोटी-पानी छोड़कर उनकी ट्रॉली के चारों ओर उनकी तरह आमरण अनशन पर बैठ जाएंगे। हालांकि उनसे सहमति जताते हुए डल्लेवाल ने भी कहा है कि वह मैडीकल ट्रीटमेंट लेंगे, लेकिन वह अपना आमरण अनशन जारी रखेंगे और अन्न का एक भी दाना नहीं खाएंगे।
आपको बता दें कि केंद्रीय कृषि मंत्रालय द्वारा संयुक्त सचिव प्रिय रंजन के साथ पंजाब पुलिस के पूर्व डी.आई.जी. नरेंद्र भार्गव और पूर्व एडीजीपी जसकरण सिंह खनौरी बॉर्डर पर जगजीत सिंह डल्लेवाल का हालचाल जानने और किसानों से बातचीत करने पहुंचे। इसके बाद उन्होंने किसान नेताओं से बात की, जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच बातचीत का दौर शुरू करने पर सहमति बनी और 14 फरवरी को चंडीगढ़ के सेक्टर 26 स्थित महात्मा गांधी स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में मीटिंग होगी। यह बैठक केंद्र और पंजाब सरकार के मंत्रियों के बीच होगी।
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