Edited By Kamini,Updated: 01 Jan, 2025 02:53 PM
इस माहौल का फायदा उठाने के लिए कांग्रेस जिला अध्यक्ष संजय तलवार ने बीजेपी और निर्दलीय पार्षदों के साथ मिलकर मेयर बनाने का दावा किया है।
लुधियाना : लुधियाना में मेयर बनाने को लेकर कांग्रेस की ओर से किए जा रहे दावों की हवा निकल गई है, जिसके तहत मंगलवार को पंजाब अध्यक्ष राजा वाड़िंग की बैठक में सभी पार्षद शामिल नहीं हुए। गौरतलब है कि नगर निगम चुनाव के दौरान आम आदमी पार्टी के 41 उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है, जबकि मेयर पद के लिए दावेदारी पेश करने के लिए 48 पार्षदों का समर्थन होना चाहिए। इसे देखते हुए 'आप' ने 7 विधायकों के वोटों का इस्तेमाल करने को कहा तो जरूरी बहुमत का आंकड़ा 52 पर पहुंच गया।
इस माहौल का फायदा उठाने के लिए कांग्रेस जिला अध्यक्ष संजय तलवार ने बीजेपी और निर्दलीय पार्षदों के साथ मिलकर मेयर बनाने का दावा किया है। इस फॉर्मूले पर बीजेपी के स्थानीय नेतृत्व की सहमति थी लेकिन केंद्रीय नेतृत्व की मंजूरी नहीं मिली, जिसके बाद आम आदमी पार्टी दूसरे दलों के पार्षदों को तोड़कर मेयर बनाने की कोशिश कर रही है। इस बीच, बीजेपी के साथ-साथ कांग्रेस ने भी किसी एक निर्दलीय पार्षद को मेयर बनाने की संभावना छोड़ दी है, लेकिन मंगलवार को इस दावे की हवा निकल गई, जब पंजाब अध्यक्ष राजा वड़िंग द्वारा लुधियाना में बुलाई गई बैठक के दौरान सभी पार्षद नहीं पहुंचे।
आशू के साथ झगड़ा खुलेआम सामने आया
गौरतलब है कि, जो पार्षद राजा वड़िंग की बैठक में शामिल नहीं हुए, वे सभी आशु गुट के पूर्व मंत्री हैं। जिसकी लोकसभा चुनाव में टिकट नहीं मिलने के बाद राजा वड़िंग से लड़ाई चल रही हैं और अब जेल से बाहर आने के बाद भी आशू लगातार राज वड़िग को निशाना बना रहे हैं। इस बैठक के बाद यह लड़ाई खुलकर सामने आ गई है, क्योंकि पूर्व विधायक राकेश पांडे, सुरिंदर डाबर, संजय तलवार, जस्सी खांगुरा, बैंस ब्रदर्स की मौजूदगी के बावजूद आशु ने खुद ही बैठक से दूरी बनाए रखी है। इस संबंधी पंजाब या जिला कांग्रेस के प्रधान द्वारा कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है।
पार्षदों को टूटने से बचाने का एक जोशीला प्रयास
आम आदमी पार्टी मेयर बनाने के लिए जरूरी बहुमत जुटाने की के लिए कांग्रेस पार्षदों पर खींचने की तैयारी में है। इसकी शुरूआत वार्ड नं. 6 के जगदीश दिशा से हो चुकी है और कई अन्य पार्षदों के नामों पर भी चर्चा चल रही है, जिसे देखते हुए राजा वड़िंग ने पार्षदों को टूटने से बचाने के लिए उनमें जोश भरने की कोशिश की है।
उन्होंने कहा कि सभी पार्षद कांग्रेस के नाम पर जीते हैं और उन्हें इस दौर में पार्टी के साथ मजबूती से खड़ा रहना चाहिए। राजा वड़िंग के मुताबिक, इस बार कांग्रेस पार्षदों की संख्या अन्य दलों की सरकारों के दौरान हुए पिछले नगर निगम चुनावों की तुलना में काफी अधिक है और इन पार्षदों द्वारा किया गया काम 2027 में कांग्रेस के लिए रास्ता साफ कर देगा।
अनुशासनहीनता के मामले में कार्रवाई के निर्देश
राजा वड़िंग ने अनुशासनहीनता के मामले में भी कार्रवाई के संकेत दिए, क्योंकि बैठक में उनके सामने ही बैंस गुट के एक सदस्य ने विधानसभा क्षेत्र प्रभारी पर उन्हें हराने की कोशिश करने का आरोप लगाया। इस पर वड़िंग ने कहा कि कांग्रेस में कोई गुट नहीं होना चाहिए और किसी को भी पार्टी को कमजोर करने के लिए मीडिया में बोलने से बचना चाहिए। उन्होंने कहा कि नगर निकाय चुनाव के दौरान पार्टी प्रत्याशियों की मदद करने के बजाय उनका विरोध करने वाले या विरोधियों का समर्थन करने वाले नेताओं के बारे में ब्लॉक अध्यक्षों से रिपोर्ट मांगी गई है। जिसके आधार पर अनुशासन समिति कार्रवाई का निर्णय लेगी।
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