Edited By Kalash,Updated: 08 Dec, 2025 12:09 PM

दिल्ली-मुम्बई सहित देश के कई प्रमुख रूटों पर इंडिगो की फ्लाइट रद्द होने के बाद यात्रियों में भारी नाराजगी देखने को मिली।
लुधियाना (जोशी): दिल्ली-मुम्बई सहित देश के कई प्रमुख रूटों पर इंडिगो की फ्लाइट रद्द होने के बाद यात्रियों में भारी नाराजगी देखने को मिली। इंडिगो की हालिया कैंसिलेशन घटनाओं ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या भारत की बढ़ती हवाई यात्रा मांग के मुकाबले एयरलाइंस की तैयारियां पर्याप्त हैं। सूचना प्रबंधन, मुआवजा नीति, यात्री सुविधा और पारदर्शिता जैसे मुद्दों पर तत्काल सुधार जरूरी है। जब तक एयरलाइंस यात्रियों के हितों को प्राथमिकता नहीं देंगी, तब तक ऐसे विवाद और असंतोष बने रहेंगे। इस मुद्दे पर पंजाब केसरी ने महानगर के गणमान्यों के साथ विशेष बातचीत की, जिस पर उन्होंने अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दी।
यात्रियों का भरोसा टूटना खतरनाक : अनिल अग्रवाल
अनिल गारमैंट्स के मालिक अनिल अग्रवाल एवं संजय अग्रवाल ने कहा कि भारत में हवाई यात्रियों की संख्या लगातार बढ़ रही है, लेकिन इसी अनुपात में सुधार की गति नहीं दिख रही। इंडिगो जैसी बड़ी एयरलाइंस से यह उम्मीद की जाती है कि वे यात्रियों को समय पर और सटीक जानकारी दें। उनका मानना है कि डी.जी.सी.ए. को इस मामले में और कड़े दिशा-निर्देश जारी करने चाहिएं। यात्रियों का भरोसा टूटना खतरनाक है।
मुआवजे की नीति अधिक स्पष्ट हो : राजेश ढांडा
श्री गोविंद गौधाम वृंदावन के चेयरमैन राजेश ढांडा एवं एफीनिटी ग्रुप के महिन्द्र गोयल ने कहा कि जब भी कोई फ्लाइट कैंसल होती है, तो ग्राहक मुआवजे के मामले में सबसे अधिक परेशान होता है। उनके अनुसार एयरलाइंस को अपनी मुआवजा नीति सरल भाषा में हर टिकट पर उल्लेखित करनी चाहिए। साथ ही ग्राहक सेवा को मजबूती देना समय की मांग है।
ग्राऊंड स्टाफ को तत्काल सूचना देने का प्रशिक्षण जरूरी : दर्शन लाल लड्डू
बाल गोपाल गौशाला के दर्शन लाल लड्डू एवं ओटाया इंटरनैशनल के राजिन्द्र छाबड़ा ने कहा कि टैक्निकल और ऑप्रेशनल कारणों से फ्लाइट कैंसिल होना कोई नई बात नहीं है, लेकिन यात्रियों तक सूचना पहुंचने में देरी समस्या को और बिगाड़ देती है। उनके अनुसार ग्राउंड स्टाफ को ऐसी परिस्थितियों से निपटने के लिए प्रशिक्षित करना आवश्यक है।
पारदर्शिता बढ़े तो विवाद घटेंगे : संजीव सूद बांका
श्री गोविंद गौधाम वृंदावन के महासचिव एडवोकेट संजीव सूद बांका एवं लुधियाना स्टॉक एक्सचेंज के संजीव गुप्ता ने कहा कि एयरलाइंस अभी भी सूचना प्रबंधन में डिजिटल साधनों का सीमित उपयोग कर रही है। इंडिगो जैसी प्रमुख एयरलाइंस को चाहिए कि वे एप्स और वेबसाइट पर रियल-टाइम स्टेटस विस्तार से उपलब्ध कराएं। पारदर्शिता बढ़े तो ऐसे विवाद घटेंगे।
एयरलाइंस को दंडात्मक प्रावधान कड़े करने चाहिएं : परिणय सूद
भगत राम एंड संस के परिणय सूद एवं आढ़ती विकास गोयल विक्की ने कहा कि एयरलाइंस तब तक जिम्मेदारी नहीं निभाएंगी जब तक उन पर सख्त आर्थिक दंड नहीं लगाया जाता। उन्होंने कहा कि यूरोप में ‘फ्लायर राइट्स’के तहत फ्लाइट देरी या रद्द होने की स्थिति में भारी मुआवजा देना पड़ता है, जिससे एयरलाइंस अधिक सतर्क रहती हैं।
कनैक्टिंग फ्लाइट वाले यात्रियों की परेशानी सबसे ज्यादा : गुरदेव शर्मा देबी
पंजाब भाजपा के कोषाध्यक्ष गुरदेव शर्मा देबी एवं भाजपा नेता विपन सूद काका ने कहा कि कनैक्टिंग फ्लाइट वाले यात्री सबसे अधिक प्रभावित होते हैं। एक फ्लाइट की कैंसिलेशन से उनकी पूरी यात्रा बिगड़ जाती है, कई बार आगे की बुकिंग भी बेकार हो जाती है। एयरलाइंस को ऐसे यात्रियों के लिए विशेष हैल्प डैस्क स्थापित करना चाहिए ताकि उन्हें तुरंत विकल्प दिए जा सकें।
कई यात्रियों को होटल और भोजन की सुविधा नहीं मिली : सुखदर्शन जैन भोला
होटल महाराजा रीजैंसी के सुखदर्शन जैन भोला एवं किंग एक्सपोर्ट के मदन गोयल ने कहा कि देर रात फ्लाइट रद्द होने के बावजूद यात्रियों को होटल ठहराव या भोजन वाऊचर जैसी बेसिक सुविधाएं नहीं दी गईं। एयरलाइंस अक्सर तकनीकी दिक्कतों का हवाला देकर जिम्मेदारी से बचने की कोशिश करती हैं, जबकि यह उनकी नैतिक और व्यावसायिक जिम्मेदारी है।
अपने शहर की खबरें Whatsapp पर पढ़ने के लिए Click Here