Edited By Kalash,Updated: 19 Jul, 2025 02:41 PM

पीजीआई के हजारों ठेका कर्मचारियों के लिए ऐतिहासिक दिन आ गया है।
चंडीगढ़ (पाल): पीजीआई के हजारों ठेका कर्मचारियों के लिए ऐतिहासिक दिन आ गया है। लंबे संघर्ष और लगातार प्रयासों के बाद अब डी.सी. रेट पर मिल रही मजदूरी की व्यवस्था को अलविदा कहने का वक्त आ गया है। केंद्र सरकार ने सेम एंड सिमिलर वेज लागू करने को मंजूरी दे दी है, जिससे करीब 3500 ठेका कर्मचारियों को औसतन 7000 मासिक की वेतनवृद्धि और 19 महीनों का एरियर (कुल 50 करोड़ रुपए) मिलेगा। 6 दिसम्बर, 2024 को पी.जी. आई. प्रशासन की 8वीं याचिका को सेंट्रल एडवाइजरी कॉन्ट्रैक्ट लेबर बोर्ड (सी.ए.सी.एल.बी.) के सामने रखा गया था, जिसमें 13 जनवरी, 2024 से लेकर 12 जनवरी, 2026 तक दोबारा छूट देने की अपील की गई थी।
बोर्ड ने 9 अक्टूबर, 2018 को दो साल की छूट की शर्त पर मंजूरी दी थी कि ठेका कर्मियों को स्थायी कर्मचारियों के समान वेतन और सुविधाएं मिलेंगी, लेकिन नियम लागू करने में देरी होती रही। इस प्रक्रिया को गति देने में ज्वाइंट एक्शन कमेटी (जे.ए.सी.) और भारतीय मजदूर संघ (बी.एम.एस.) की सक्रिय भूमिका रही। श्रम मंत्रालय ने नोटिफिकेशन को पूर्व प्रभाव से लागू करने में कानूनी अड़चन का हवाला दिया, तब जे.ए.सी. ने केंद्रीय कानून मंत्री से सीधा संपर्क किया और समर्थन मांगा। लगातार फॉलो-अप के बाद 16 जुलाई को कानून मंत्रालय ने अपनी मंजूरी दे दी। जैक के चेयरमैन अश्वनी कुमार मुंजाल ने ठेका कर्मचारियों के सम्मान और अधिकार की ऐतिहासिक जीत बताया और कहा कि यह सिर्फ एक शुरूआत है, आगे भी कर्मचारियों के हक की लड़ाई जारी रहेगी।
यह मिलेगा लाभ
पहले सफाईकर्मी को 20,000/माह मिलते थे, अब 27,000/माह मिलेंगे, प्रभावी तिथि 13.01.2024 से।
हॉस्पिटल अटेंडेंट्स, सिक्योरिटी व किचन स्टाफ आदि को भी समान वेतन और डी.ए. बढ़ोतरी का लाभ मिलेगा।
कुल एरियर करीब 50 करोड़, यानी मासिक अंतर लगभग 3 करोड़ रुपए।
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