सिख संगत  के लिए खास खबर, आज से 18 दिसम्बर तक का पूरा Schedule जारी, पढ़ें...

Edited By Vatika,Updated: 16 Dec, 2024 03:42 PM

gurudwara shri bhatha sahib

अरदास करने के उपरांत शहीदी जोड़ मेल के समागम शुरू हो जाते है।

रूपनगर: ऐतिहासिक गुरुद्वारा श्री भट्ठा साहिब में वार्षिक शहीदी जोड़ मेल 16 से 18 दिसम्बर तक मनाया जाएगा, जिसमें शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की ओर से सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।इस मौके पर गुरुद्वारा श्री भट्ठा साहिब के मैनेजर भाई जसबीर सिंह ने बताया कि गुरुद्वारा गुरुगढ़ साहिब सदाबरत से नगर कीर्तन श्री भट्ठा साहिब पहुंचते ही अरदास करने के उपरांत शहीदी जोड़ मेल के समागम शुरू हो जाते है। 

आज संक्रांति के अवसर बड़ी संख्या में संगतें नतमस्तक होने पहुंची। उन्होंने कहा कि इस बार गुरुद्वारा साहिब में बड़ी संख्या में संगतों के पहुंचने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि गुरुद्वारा साहिब में रंग-रोगन के लिए शिरोमणी गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी ने सेवादारों की विशेष ड्यूटी लगाई है और अन्य बुनियादी व्यवस्थाएं पूरी कर ली गई हैं। संगतों की सुविधा के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं जिसमें जोड़ा घर, गठरी घर के अलावा संगतों के रात्रि विश्राम की व्यवस्था की गई है।

तीनों दिन लगातार धार्मिक आयोजन चलेंगे
प्रबंधक जसबीर सिंह घुंघराली सिखां ने बताया कि शहीदी जोड़ मेल के दौरान 16, 17 व 18 दिसम्बर को तीनों दिन लगातार धार्मिक आयोजन जारी रहेंगे। जिसमें श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के परिवार के विछोरे का इतिहास और सिख इतिहास का रागी, ढाडी, कथा वाचक और विद्वान गुणगान करेंगे।

धार्मिक पुस्तकों की प्रदर्शनियां लगेंगी
उन्होंने कहा कि युवाओं को गुरबाणी एवं सिख विधा से जोड़ने के उद्देश्य से शिरोमणि कमेटी और विभिन्न मिशनरियों और ट्रस्टों द्वारा धार्मिक पुस्तकों की प्रदर्शनियां भी आयोजित की जाएंगी।

लंगर की विशेष व्यवस्था
उन्होंने कहा कि शहीदी जोड़ मेल के संबंध में जहां शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने संगतों की सुविधा के लिए लंगर की व्यवस्था की है, वहीं निकटवर्ती गांव कोटला, ग्रेवाल, टपरियां, बागवाली आदि विभिन्न प्रकार के लंगर कर सेवा करेंगे।

शहीदी जोड़ मेल को मेलों का रूप न दिया जाए : पवित्रपाल सिंह
इस मौके पर गुरुद्वारा साहिब के कथावाचक पवित्र सिंह ने संगतों से अपील करते हुए कहा कि इन आयोजनों को शहीदी समागम की तरह मनाया जाना चाहिए। गुरुद्वारा श्री भट्ठा साहिब में होने वाले आयोजनों में बढ़-चढ़कर उपस्थिति बढ़ानी चाहिए और जपुजी साहिब, मूलमंतर और ईश्वर का यथासंभव ध्यान करना चाहिए। उन्होंने विशेष रूप से अभिभावकों से अनुरोध किया कि वे अपने छोटे बच्चों को घर पर सिख बलिदान और सिख इतिहास के बारे में बताएं। गुरुद्वारा श्री भट्ठा साहिब को श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के चार बार चरण छोह प्राप्त है गु. श्री भट्ठा साहिब कोटला निहंग रूपनगर में चंडीगढ़ मार्ग से 1 मील की दूरी पर स्थापित है जहां साहिब श्री गुरु गोबिंद सिंह जी ने चार बार दर्शन दिए। इस पावन स्थान पर अब शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रबंध में गुरुद्वारा साहिब की आलीशान इमारत बनाई गई। शिरोमणि कमेटी द्वारा और नानक लेवा संगतों के सहयोग से यहां दिन रात सेवाएं चल रही हैं।

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