Edited By Kamini,Updated: 18 Dec, 2024 02:47 PM
तख्त श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह के इस्तीफे की चर्चा के बीच एक बड़ा बयान सामने आया है।
पंजाब डेस्क : पंजाब डेस्क : जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने लाइव आकर वायरल वीडियो पर अपना जवाब दिया है। गौरतलब है कि, विरसा सिंह वल्टोहा ने हाल ही में ज्ञानी हरप्रीत सिंह के साथ अपना एक वीडियो शेयर किया है जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। तख्त श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह के इस्तीफे की चर्चा के बीच एक बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि मुक्तसर साहिब से हमारा 18 साल पुराना पारिवारिक विवाद था, जिसमें एक व्यक्ति को मीडिया में लाकर कई तरह के इंटरव्यू कराए जा रहे हैं, जिसने मेरे ऊपर बड़े-बड़े आरोप लगाए थे। जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि वह इसका जवाब पहले ही गुरु ग्रंथ साहिब की उपस्थिति दे चुके हैं। उन्होंने कहा कि यह बेहद हैरानी की बात है कि 18 साल पुराने मामले को लगातार उठाया जा रहा है।
ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि पूर्व अकाली नेता और मुक्तसर साहिब के अकाली नेता मिलकर उस व्यक्ति को ले गए और विभिन्न मीडिया चैनलों पर मेरे खिलाफ इंटरव्यू कराए गए। मेरे ऊपर जो आरोप लगे, वो इंटरव्यू मेरे वकील ने डिलीट करवा दिए हैं। उन्होंने कहा कि इस सच्चाई को बताने के लिए मैं श्री तख्त साहिब के अंतिम संस्कार और पांच साहिबों की उपस्थिति में शामिल हुआ। ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा, मैं यह भी बता दूं कि ट्रोल करने वालों को यह न लगे कि मैं उनसे डरता हूं, मैं सिर्फ संगत को स्पष्टीकरण देने आया हूं।
ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने आगे कहा कि यह मेरी गलती है कि मैं 2 दिसंबर को पांच सिंह साहिबानो की मीटिंग में शामिल हुआ। पांच सिघ साहिबना के फैसले पर सभी ने हस्ताक्षर किए थे, लेकिन मुझे ही ट्रोल किया जा रहा है। मैं स्पष्ट शब्दों में कहूंगा कि बैठक में शामिल होकर मैं किसी पाप का भागीदार नहीं बना हूं, आप मुझे निकालना चाहते हैं तो निकाल दें, रखना चाहते हैं तो रखें, लेकिन मैं इस्तीफा नहीं दे रहा हूं। उन्होंने कहा कि 10-15 दिनों से मुझे और मेरे परिवार को परेशान किया जा रहा है। जत्थेदार ने कहा कि मेरा भी फर्जी पेज बनाया जा रहा है और भद्दे कमेंट्स किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पहले बीजेपी से मिलीभगत का आरोप लग रहा है, फिर उक्त व्यक्ति का इंटरव्यू और फिर एक लड़की के साथ फोटो एडिट कर आरोप लगाया जा रहा है। ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि मैं जत्थेदार हूं और मैं देश के प्रधानमंत्री से भी बात कर सकता हूं। आगे उन्होंने कहा कि, मैं पंथ को बताना चाहता हूं कि मुझे बर्खास्त कर दो लेकिन इस तरह के आरोप न लगाए, जो बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। मैं और मेरा परिवार 15 दिनों से बहुत परेशान हैं।
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