Edited By Urmila,Updated: 08 Jul, 2025 10:58 AM

नगर निगम के ज्यादातर कर्मचारी तो खैर काम करने से घबराते हैं, परंतु जो काम किए भी जाते हैं, उनमें इतनी लापरवाही और नालायकी होती है।
जालंधर (खुराना): नगर निगम के ज्यादातर कर्मचारी तो खैर काम करने से घबराते हैं, परंतु जो काम किए भी जाते हैं, उनमें इतनी लापरवाही और नालायकी होती है कि लोग ऐसे कामों से और भी ज्यादा परेशान हो जाते हैं। पूरे शहर में जहां-जहां सीवरेज की गार निकाली जाती है, वह कई-कई दिन सड़कों और गलियों में ही पड़ी रहती है और उसे उठाने का कोई नाम नहीं लेता। जरा-सी बरसात आने पर वही गार दोबारा सीवर लाइनों में चली जाती है, जिससे नगर निगम की सारी मेहनत व्यर्थ हो जाती है।
ऐसा ही हाल भार्गव कैंप में देखने को मिला, जहां कई शिकायतों के बाद सीवरेज और रोड गलियों के चैम्बरों की सफाई तो कर दी गई लेकिन निकाली गई गार को उठाया नहीं गया। नतीजतन वह गार अब फिर से सीवर लाइनों में जा रही है क्योंकि न तो बीएंडआर सेल और न ही ओएंडएम सैल उसे उठाने की जिम्मेदारी ले रहे हैं।
इसी समस्या को लेकर पार्षद तरसेम सिंह लखोत्रा ने मेयर वनीत धीर को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें यह मांग की गई कि मोहल्लों और गलियों में पड़ी सीवरेज की गार को तुरंत उठवाया जाए ताकि लोगों को राहत मिल सके और सफाई का कार्य व्यर्थ न जाए।
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