Edited By Subhash Kapoor,Updated: 02 Oct, 2024 08:01 PM
गुरदासपुर में कांग्रेसी नेताओं व जिलाधीश के बीच चल रहे विवाद के मामले में नया मोड़ सामने आया है। बताया जा रहा है कि अब जिलाधीश के पक्ष में आम आदमी पार्टी के नेता मैदान में उतर आए हैं तथा उन्होंने कांग्रेसियों को घेरना शुरू कर दिया है।
गुरदासपुर : गुरदासपुर में कांग्रेसी नेताओं व जिलाधीश के बीच चल रहे विवाद के मामले में नया मोड़ सामने आया है। बताया जा रहा है कि अब जिलाधीश के पक्ष में आम आदमी पार्टी के नेता मैदान में उतर आए हैं तथा उन्होंने कांग्रेसियों को घेरना शुरू कर दिया है। आम आदमी पार्टी नेताओं का कहना है कि कांग्रेसियों को पंचायती चुनावों के लिए उम्मीदवार नहीं मिल रहे और जान बूझ कर अपनी कमजोरी छिपाने के लिए जिला प्रशासन पर आरोप मढ़ रहे हैं। आप वर्करों ने कहा कि डी.सी. का पद एक जिम्मेदारी वाला पद होता है तथा मौजूदा एम.पी. ने डी.सी. के प्रति गलत शब्दावली का इस्तेमाल किया है। ऐसी शब्दावली का इस्तेमाल करना उन्हें शोभा नहीं देता। आप वर्करों में पंजाब हैल्थ कार्पाोरेशन के चेयरमैन रमन बहल, बटाला के विधायक शैरी कलसी, डेरा बाबा नानक इंचार्ज गुरदीप रंधवा, चेयरमैन बलबीर पन्नू व अन्य शामिल थे। आप नेताओं का कहना है कांग्रेस के पास चुनावी मैदान में उतारने के लिए कोई चेहरा नहीं है और ज्यादातर इलाकों में सर्वसम्मति से सरपंच चुने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेसी आरोप लगा रहे हैं कि बी.डी.पी.ओ. और सैक्रेटरी दफ्तरों में नहीं आ रहे पर वह खुद बी.डी.पी.ओ. के दफ्तरों में सैक्रेटरियों के साथ बैठकर चाय पी रहे हैं।
दरअसल कांग्रेस कार्यकर्ताओं की शिकायत थी कि पंचायत चुनाव के मद्देनजर प्रशासन उन्हें अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) नहीं दे रहा है। जिसका जायजा लेने जब रंधावा और पाहड़ा जिलाधीश दफ्तर पहुंचे तो उनकी जिलाधीश स्टाफ के साथ साथ नोकझोंक हो गई। रंधावा ने आरोप लगाया कि जिलाधीश ने उन्हें अपना कार्यालय से बाहर चले जाने के लिए कहा। बता दें कि पंचों और सरपंचों के उम्मीदवारों को कुछ दस्तावेज मिलने में हो रही परेशानी को लेकर गुरदासपुर में कांग्रेसियों व जिलाधीश के बीच तनाव चल रहा है। कांग्रेसियों का कहना है कि उन्हें चुनाव के लिए एन.ओ.सी. जारी करने में जिला प्रशासन लापरवाही बरत रहा है, जिसके चलते उनके वर्करों में काफी रोष है।