Edited By Subhash Kapoor,Updated: 25 Oct, 2024 07:47 PM
जालंधर कमिश्नरेट पुलिस द्वारा शुरू की गई 'सहयोग' प्रोजैक्ट की सराहना करते हुए पंजाब पुलिस के निदेशक जनरल गौरव यादव ने आज इसे राज्य के अन्य जिलों में लागू करने का ऐलान किया। डीजीपी ने कहा कि पुलिस स्वपन शर्मा की अगुवाई में कमिश्नरेट पुलिस द्वारा की...
जालंधर : जालंधर कमिश्नरेट पुलिस द्वारा शुरू की गई 'सहयोग' प्रोजैक्ट की सराहना करते हुए पंजाब पुलिस के निदेशक जनरल गौरव यादव ने आज इसे राज्य के अन्य जिलों में लागू करने का ऐलान किया। डीजीपी ने कहा कि पुलिस स्वपन शर्मा की अगुवाई में कमिश्नरेट पुलिस द्वारा की गई यह एक शानदार पहल है और इसे अन्य जिलों में भी शुरू किया जाएगा।
डीजीपी ने कहा कि अपराध को रोकने के लिए बेहतर पुलिस-पब्लिक भाईचारे की आवश्यकता है और यह देखकर खुशी हुई है कि इस परियोजना के तहत पुलिस और जनता एक-दूसरे के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह प्रोजैक्ट पुलिस कमिश्नर स्वपन शर्मा की देन है और इसे राज्य के अन्य हिस्सों में भी दोहराया जाएगा। गौरव यादव ने स्पष्ट रूप से कहा कि ऐसी पहलकदमियां समय की जरूरत हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि आम लोगों के सक्रिय सहयोग से अपराध दर को रोका जा सके।
पुलिस कमिश्नर ने बताया कि इस प्रोजैक्ट के तहत 500 से अधिक बैठकें करके जालंधर कमिश्नरेट पुलिस ने कम्युनिटी पुलिसिंग में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। उन्होंने कहा कि इन बैठकों में पुलिस अधिकारियों ने लोगों तक पहुंचकर कानून लागू करने, अपराधों का पता लगाने और अपराधों की रोकथाम के लिए उनकी सक्रिय भूमिका की मांग की है। गौरव यादव ने कहा कि इन अनथक प्रयासों का ही नतीजा है कि आज हर वर्ग के लोग इस बैठक में शामिल होकर अपने सुझाव दे रहे हैं। इस दौरान पुलिस कमिश्नर ने बताया कि इस परियोजना के हिस्से के रूप में कमिश्नरेट पुलिस ने शहर की 850 संस्थाओं की पहचान की है और उनके साथ लगातार बैठकें की हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस का मुख्य उद्देश्य अपराध को रोकना, ट्रैफिक की समस्या को हल करना और नशे की समस्या को दूर करना है।
इस सम्बन्धी जानकारी देते डायरैक्टर जनरल आफ पुलिस (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव ने कहा कि दूसरे पड़ाव में सी.पीज/ एस.एस.पीज को पब्लिक मीटिंगें करने के लिए गाँवों और मोहल्लों का दौरा करने के निर्देश जारी किए गए हैं। इससे अधिकारियों को ज़मीनी स्तर की स्थितियों को समझने और पुलिस-पब्लिक संबंधों को मज़बूत करने में मदद मिलेगी।
डीजीपी ने अलग-अलग क्षेत्रों के लोगों के साथ अनौपचारिक तौर पर बातचीत के दौरान शहर की अमन- कानून की स्थिति के बारे उनसे फीडबैक ली। डीजीपी ने उनके मसलों को हल करने का भरोसा दिया। इस मौके डीजीपी के साथ पुलिस कमिश्नर (सीपी) जालंधर स्वप्न शर्मा भी मौजूद थे।
उन्होंने इक्टठ को संबोधन करते हुए कहा पंजाब सरकार की तरफ से पुलिस विभाग में 10,000 नए पद भरने का ऐलान किया गया है जिसके अंतर्गत आने वाले कुछ महीनों में जालंधर शहर के पुलिस बल में विस्तार किया जाएगा। इस दौरान उन्होंने सी.पी. जालंधर को शहर में ट्रैफ़िक के सुचारू प्रवाह के लिए अन्य पुलिस बल निकाल कर ट्रैफ़िक विंग में शामिल करके विंग में पुलिस बल की संख्या दोगुनी करने की हिदायत की।
साइबर धोखाधड़ी के बारे बात करते हुए डीजीपी ने ‘1930 साईबर हेल्पलाइन’ नंबर पर तुरंत अपराध की रिपोर्ट करने के लिए ‘गोल्डन आवर’ के अधिक से अधिक प्रयोग करने के लिए कहा, जिससे धोखेबाज़ की तरफ से साईबर पीड़ितों के खातों में से निकाले गए फंडों को तुरंत फ़रिज करने/ लियन मार्क करने में मदद मिलेगी। इसके उपरांत डीजीपी गौरव यादव ने आधुनिक तकनीक के साथ तैयार किये इंटीग्रेटिड कमांड एंड कंट्रोल सैंटर ( आईसीसीसी) का भी दौरा किया। यह अपनी किस्म की पहली पहलकदमी है जिससे जालंधर कमिशनरेट पुलिस को शहर में लगाए गए कम से कम 6000 सीसीटीवी कैमरों की निगरानी करने में मदद मिलती है।
डीजीपी ने बताया कि पंजाब पुलिस की तरफ से जुलाई 2022 में शुरू किये गए पीजीडी पोर्टल- आनलाइन जन शिकायत निवारण प्रणाली- को इसकी शुरुआत से अब तक भरपूर समर्थन मिल रहा है। उन्होंने कहा कि अब तक पोर्टल पर कम से कम 4.5 लाख शिकायतें प्राप्त हुई हैं, जिनमें से 4.10 लाख शिकायतों का सफलतापूर्वक निपटारा किया गया है।
इससे पहले सुबह डीजीपी गौरव यादव ने जालंधर के थाना रामा मंडी का अचानक दौरा किया, जहाँ उन्होंने सहूलतों का जायज़ा लिया और पुलिस मुलाजिमों के साथ बातचीत की। उन्होंने चल रहे मामलों की समीक्षा करते हुए तुरंत न्याय यकीनी बनाने के लिए लगन और जवाबदेही की महत्ता पर ज़ोर दिया। अपनी दौरे के दौरान, डीजीपी ने अपने कर्मचारियों के रोज़मर्रा के तजु़र्बों को समझने के प्रति वचनबद्धता का प्रगटावा करते पुलिस स्टेशन मैस में खाना खाया। यह अचानक दौरा पुलिस की कुशलता और पारदर्शिता में विस्तार करने सम्बन्धी डीजीपी के चल रहे यत्नों का हिस्सा है।