Edited By Kamini,Updated: 19 May, 2025 06:48 PM

जी.एस.टी. लागू होने की 8वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में सैंट्रल जी.एस.टी. कमिश्नरेट जालंधर द्वारा फिट इंडिया अभियान के तहत साइकिल मैराथन का आयोजन किया।
जालंधर : जी.एस.टी. लागू होने की 8वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में सैंट्रल जी.एस.टी. कमिश्नरेट जालंधर द्वारा फिट इंडिया अभियान के तहत साइकिल मैराथन का आयोजन किया। इस आयोजन के जरिए लोगों को कर प्रणाली के बारे में जागरूक किया गया। वहीं, फिटनेस के प्रति रुचि बढ़ाने का संदेश दिया गया। स्काईलॉक के सामने स्थित सी.आर. बिल्डिंग (सी.जी.एस.टी. कमिश्नरेट) के बाहर से शुरू हुई उक्त साइकिल मैराथन मॉडल टाऊन के शिवानी पार्क तक जाते हुए वापसी सी.आ. बिल्डिंग में संपन्न हुई। इस साइकिल मैराथन में हर वर्ग ने भरपूर जोश दिखाया और उत्साह के साथ हिस्सा लिया।
इसमें जालंधर, होशियारपुर, फगवाड़ा और आसपास के साइकिलिंग क्लबों के 100 से अधिक साइक्लिस्ट्स ने हिस्सा लिया जबकि 200 लोग इस आयोजन में शामिल हुए। साइकिल मैराथन की अगुवाई सी.जी.एस.टी. कमिश्नर कुमार गौरव धवन द्वारा की गई जबकि विभिन्न विभागों और संस्थाओं के प्रमुख लोग उपस्थित रहे। इनमें पी.ए.पी. से डी.आई.जी. इंदरबीर सिंह (आई.पी.एस.), एडिशन डिप्टी कमिश्नर, विवेक कुमार मोदी (आई.ए.एस.), डी.सी.पी. अकार्षी जैन (आई.पी.एस.), इंटरनैशनल हॉकी खिलाड़ी ए.डी.सी.पी. हरिंदर सिंह गिल (पी.पी.एस.), जी.एस.टी. के सहायक कमिश्नर, ऑडिट सर्कल दलजीत सिंह (आई.आर.एस.), कुश्ती के अर्जुन अवॉर्डी रंधीर सिंह, हॉकी इंडिया से नितिन कोहली, हॉकी ओलंपियन संजीव कुमार, सी.ए. एसोसिएशन से पुनीत ओबेरॉय सहित गण्यमान्य उपस्थित रहे।

मैराथन में जी.एस.टी. विभाग के अधिकारी, कर्मचारी, व्यापार व उद्योग संगठनों के सदस्य, प्रोफेशनल्स और साइकिलिंग लवर्ज शामिल हुए। इस कार्यक्रम में पुलिस विभाग और जिला प्रशासन का भी पूरा सहयोग रहा। कमिश्नर कुमार गौरव धवन ने कहा कि यह साइकिल मैराथन जी.एस.टी. की पारदर्शिता और देश में लाए गए कर सुधारों को लोगों तक पहुंचाने का एक प्रयास है। साथ ही यह फिट इंडिया के संदेश को भी आगे बढ़ाया जा रहा है ताकि लोग स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहें।
‘एक राष्ट्र, एक कर’ ने व्यवस्था को सरल बनाया: कमिश्नर कुमार गौरव
डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ टैक्सपेयर सर्विसेज द्वारा देशभर के सभी जी.एस.टी. जोन व कमिश्नरेटों में आज साइकिल मैराथन आयोजित की गई। कमिश्नर कुमार गौरव धवन ने बताया कि 1 जुलाई 2017 को केंद्र सरकार ने जी.एस.टी. लागू करके देश में एक एकीकृत, पारदर्शी और सरल अप्रत्यक्ष कर प्रणाली की नींव रखी थी।

इससे पूर्व भारत में उत्पाद शुल्क, सेवा कर, वैट, प्रवेश कर, मनोरंजन कर आदि जैसे अनेक अप्रत्यक्ष कर प्रचलित थे, जो करदाताओं के लिए जटिलता का कारण बनते थे। लेकिन एक राष्ट्र, एक कर की सोच के साथ जी.एस.टी. के अंतर्गत व्यवस्था को सरल, संगठित और डिजिटल बनाया गया है, जिसका देशवासियों को लाभ हो रहा है।