Edited By Urmila,Updated: 10 Mar, 2025 11:21 AM

पंजाब सरकार ने कई साल पहले राज्य में काऊ सैस लागू करके गौधन की दशा सुधारने के नाम पर करोड़ों अरबों रुपए की राशि एकत्रित कर ली है।
जालंधर (खुराना): पंजाब सरकार ने कई साल पहले राज्य में काऊ सैस लागू करके गौधन की दशा सुधारने के नाम पर करोड़ों अरबों रुपए की राशि एकत्रित कर ली है परंतु अभी भी पंजाब में गौधन को लेकर कोई भी सरकारी विभाग संजीदा नहीं है। जालंधर के गौ सेवक दीपक ज्योति तो अक्सर आरोप लगाते रहते हैं कि जख्मी गौधन को संभालने के लिए कोई भी सरकारी विभाग आगे नहीं आता जिस कारण चंद लोगों को निजी तौर पर प्रयास करके और पैसे खर्च करके गौधन की रक्षा करनी पड़ रही है।
जालंधर निगम की बात करें तो इसके पास भी काऊ सैस के नाम पर करोड़ों रुपया एकत्रित हो चुका है जिसे गौशालाओं में भेजा तो जा रहा है परंतु इस का इस्तेमाल उन गऊओं के लिए नहीं हो रहा जो आज भी आवारा घूम रही हैं।
गौरतलब है कि पंजाब सरकार ने आज से कई साल पहले काऊ सैस लगाया था जिनमें मैरिज पैलेस, टू व्हीलर की बिक्री और सीमेंट की बोरी पर भी यह सैस लागू किया गया था। हैरानीजनक बात यह है कि जालंधर निगम ने शराब की बोतल, फोर व्हीलर और अन्य आइटमों पर तो सैस की वसूली शुरू कर रखी है परंतु इसे अभी भी टू व्हीलर, सीमेंट की बोरी और मैरिज पैलेस से टैक्स नहीं आ रहा।
अब जालंधर निगम के पार्षद हाउस की बैठक में यह प्रस्ताव लाया जा रहा है कि इन तीनों आइटमों से भी सैस की वसूली की जाए। माना जा रहा है कि हाउस में प्रस्ताव पास होने के बाद निगम की आय में वृद्धि होगी और इन आइटमों पर भी निगम को सैस मिलने लगेगा।
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