Edited By Yaspal,Updated: 21 Nov, 2020 11:41 PM
पठानकोट रोड पर स्थित श्रीमन अस्पताल में आज स्थिति उस समय तनावपूर्ण हो गई जब कोरोना के दो मरीजों की मौत के बाद डैड बॉडीज बदल गईं। यही नहीं एक परिवार ने तो दूसरे मृतक की बॉडी ले जाकर अंतिम संस्कार तक कर दिया। इसका खुलासा तब हुआ जब एक परिवार द्वारा...
जालंधर: पठानकोट रोड पर स्थित श्रीमन अस्पताल में आज स्थिति उस समय तनावपूर्ण हो गई जब कोरोना के दो मरीजों की मौत के बाद डैड बॉडीज बदल गईं। यही नहीं एक परिवार ने तो दूसरे मृतक की बॉडी ले जाकर अंतिम संस्कार तक कर दिया। इसका खुलासा तब हुआ जब एक परिवार द्वारा मृतक की शिनाख्त से इनकार कर दिया गया, क्योंकि जो डैड बॉडी उन्हें दिखाई जा रही थी वह उनके रोगी की न होकर किसी और की थी। इस पर अस्पताल में हंगामा शुरू हो गया और मामला पुलिस तक पहुंच गया। सूचना मिलने पर डी.सी.पी. बलकार सिंह और ए.सी.पी. नार्थ सुखजिंदर सिंह तथा थाना 8 के एस.एच.ओ. कमलजीत सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और मामले की जांच शुरू कर दी।
दरअसल अस्पताल में गत रात्रि और आज सुबह कोरोना के दो मरीजों की मौत हो गई थी। मृतक जसपाल सिंह फगवाड़ा का रहने वाला था, जबकि दूसरा मरीज मॉडल हाऊस जालंधर का रहने वाला था। गलती यह हुई कि तरसेम लाल की बॉडी फगवाड़ा पहुंच गई और जसपाल सिंह के परिजनों ने उनका अंतिम संस्कार कर दिया।
मॉडल हाऊस के रहने वाले विजय सागर ने बताया कि उनके ताया तरसेम लाल पुत्र जगत राम को कुछ दिन पहले बीमार होने पर गुलाब देवी अस्पताल में दाखिल करवाया गया था। कल 20 नवम्बर को हालत गंभीर होने पर उन्हें श्रीमन अस्पताल में दाखिल करवाया गया था। आज सुबह करीब 10 बजे उन्हें बताया गया कि उनके ताया की मौत हो गई है। इस पर परिवार के सदस्य अस्पताल पहुंचे और तरसेम लाल की पत्नी गुरमेल कौर ने अपने मृत पति का चेहरा देखने की मांग की।